भोपाल। बरगद, नीम, आम, अमरूद जैसे 53 प्रजातियों के पेड़ों को वन विभाग द्वारा ट्रांजिट परमिट से मुक्त करने के आदेश के खिलाफ वन महकमे के कर्मचारी ही लामबंद हो गए हैं। इस मुद्दे पर अधिकारी-कर्मचारी संगठनों के संयुक्त मोर्चा की आपात बैठक शुक्रवार को हुई। इसमें निर्णय लिया गया है कि मुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर इस निर्णय के दुष्परिणामों के बारे में बताते हुए अधिसूचना निरस्त करने की मांग की जाएगी।
इसके बावजूद टीपी संबंधी अधिसूचना निरस्त नहीं की गई तो कर्मचारी सूबे में हरियाली की रक्षा के लिए आंदोलन करेंगे। वन कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश संयोजक जयदीप सिंह चौहान ने बताया कि सोमवार तक मुख्यमंत्री को टीपी अधिसूचना निरस्त करने के संबंध में पत्र भेज दिया जाएगा।
अगले चरण में आंदोलन की शुरुआत होगी। इसके अलावा ग्रीन ट्रिब्यूनल में भी अपील का विकल्प तैयार है। सबसे पहले भोपाल में विरोध प्रदर्शन होगा, फिर प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी कर्मचारी संगठन सड़कों पर उतरेंगे। बैठक में वन कर्मचारियों के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इसमें मोर्चा अध्यक्ष अशोक पांडे, जयदीप सिंह, अनूप तिवारी, राधेश्याम श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।