भोपाल। बस कुछ दिन और हालात ऐसे ही रहे तो भोपाल के लोग पलायन पर मजबूर हो जाएंगे। राजधानी के आसपास 7 खूंखार टाइगरों का मूवमेंट चल रहा है। वो खुलेआम घूम रहे हैं। लोग पर्यटकों की तरह उन्हें देखने जा रहे हैं परंतु यदि एक बार उनके मुंह से इंसानी खून लग गया तो क्या आफत आ जाएगी बताने की शायद जरूरत नहीं।
बुधवार को करोंद इलाके में स्थित कृषि अभियांत्रिकी संस्थान में कर्मचारियों ने बाघ को देखा। लोगों के शोर मचाने पर बाघ कूदकर सरकारी आवास की छत पर जा बैठा। जिसके बाद उसे ट्रैंकुलाइजर कर पिंजरे में बंद किया गया।
वहीं, बीते दिनों पहले नेहरू नगर से महज 12 किलोमीटर दूर बाघिन टी-1 की हलचल देखी गई। कठोतिया, केरवा और कलियासोत तक यह बाघिन मूवमेंट करती रही है। लंबे अरसे बाद इस बाघिन ने मिंडोरा में दस्तक दी थी। कांग्रेस नेता अजय सिंह के फार्म हाउस में भी बाघिन करीब तीन घंटे रही।
यह बाघिन तीसरी बार शावकों को जन्म देने की तैयारी कर रही है। वन विभाग के खुफिया कैमरे में बाघिन टी-2 की गतिविधियां कैद हुई हैं। वन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि यह बाघिन सुरक्षित गुफा के नजदीक है और जल्द ही शावकों को जन्म दे सकती हैं।
अब बाघिन टी-2 के फिर से शावकों को जन्म देने से वन विभाग उत्साहित है। यह बाघिन अब तक 5 शावकों को जन्म दे चुकी है। इनमें से चार शावक जीवित हैं और राजधानी के आसपास ही विचरण कर रहे हैं।