मप्र के 18 जिले अति संवेदनशील: स्पेशल अलर्ट

भोपाल। भोपाल समेत प्रदेश के 18 जिले अफवाहों और सांप्रदायिक दंगों के चलते अति संवेदनशील श्रेणी में रखे गए हैं। इसके अलावा 11 जिलों को संवेदनशील बताया गया है। पिछले दिनों सिवनी जिले के बरघाट में भी ऐसी ही घटना घटित हुई।

गृह विभाग ने इसे लेकर हाल ही में रिपोर्ट जारी की है और इन जिलों के पुलिस अधीक्षकों से कहा है कि आगामी दिनों में नवरात्र और मोहर्रम के त्यौहार हैं। इसे देखते हुए विशेष चौकसी की जाए। इस रिपोर्ट में खास यह भी है कि बीते दो वर्षों में 2012 और 2013 की तुलना में सांप्रदायिक घटनाएं ज्यादा हुई।

राज्य सरकार ने यह रिपोर्ट इन जिलों में पहले हुए सांप्रदायिक दंगों और अफवाहों की वजह से घटित हुई घटनाओं के आंकड़ों के आधार पर तय की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदेश में 2012 से 2014 के बीच सांप्रदायिक दंगा, तनाव और ऐसी ही कुल 80 घटनाएं हुई। इनमें 2014 में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की 31 घटनाएं हुई।

हालांकि गृह विभाग के अफसर कहते हैं कि कई घटनाएं अफवाह फैलने से भी होती हैं। ऐसे अफवाह फैलाने वालों पर सख्ती की जाए। सांप्रदायिक तनाव की स्थिति न फैले इसके भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। अफसरों ने स्पष्ट किया कि रिपोर्ट से यह तात्पर्य नहीं है कि पूरा शहर ही अति संवेदनशील है, कुछ वार्ड इस श्रेणी में आते हैं।

ये हैं अति संवेदनशील जिले
भोपाल, विदिशा, राजगढ़, सीहोर, रायसेन, इंदौर, खरगौन, खंडवा, धार, बड़वानी, बुरहानपुर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, शाजापुर, रतलाम, देवास एवं जबलपुर अति संवेदनशील हैं। इसके अलावा झाबुआ, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, कटनी, सिवनी, सागर, दमोह, ग्वालियर, गुना, अशोकनगर एवं सतना संवेदनशील की श्रेणी में आते हैं।

आगामी दिनों में नवरात्र और मोहर्रम हैं। ऐसी स्थिति में संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षकों से विशेष सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।
बाबूलाल गौर, गृह मंत्री

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