जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल के स्त्री रोग विभाग के ऑपरेशन थियेटर में ऑक्सीजन सिलेंडर के वॉल्व को खोलते ही आग भभक गई। इससे रुटीन जांच करने आए निश्चेतना विभाग के जूनियर डॉक्टर अविनाश कश्यप का हाथ और भौंहे आंच से जल गईं। आग भभकते ही ओटी के ही कर्मचारियों और स्टाफ ने वहां रखे हैंडी फायर एक्सट्िग्युशर से आग पर काबू पा लिया। मंगलवार को चार ऑपरेशन होने थे लेकिन ये ऑपरेशन नहीं हो सके।
तेज आवाज से वॉल्व उछला
मेडिकल अस्पताल के स्त्री रोग विभाग के ऑपरेशन थिएटर में सुबह 8.45 बजे रुटीन जांच के लिए निश्चेतना विभाग से जूनियर डॉक्टर अविनाश कश्यप इंस्ट्रूमेंट की जांच करने आए। उन्होंने जैसे ही ऑक्सीजन सिलेंडर में ऑक्सीजन सप्लाई चेक करने के लिए वॉल्व खोला, वह तेज आवाज के साथ बाहर उछल गया और आग भभक उठी। हालांकि आग तेज नहीं थी फिर भी अचानक आग देखकर वहां का ओटी स्टाफ घबरा गया। इस दौरान अन्य कर्मचारियों ने इलेक्ट्रिसिटी के मेन स्विच को ऑफ कर दिया और हैंडी फायर एक्सटिंग्युशर से आग बुझाई।
स्टाफ की सजगता से टला हादसा
ऑपरेशन थिएटर दूसरी मंजिल पर है। उसके नजदीक ही स्त्री रोग वार्ड है। यदि आग तेजी से बढ़ती तो बड़ा हादसा हो सकता था। लेकिन ओटी में उस दौरान उपस्थित स्टाफ की सजगता से बड़ा हादसा टल गया।
सर्किट जला
आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। ओटी में सेंट्रल लाइन ऑक्सीजन सिस्टम है। आग लगने से कुछ उपकरण जल गए।
नहीं हुए ऑपरेशन
ओटी में आग लगने से मंगलवार को चार ऑपरेशन नहीं हो सके। ये ऑपरेशन लिस्ट में प्लान किए हुए थे।
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गायनिक ओटी में ऑक्सीजन सिलेंडर का वॉल्व खोलते ही आग भभक उठी। इससे डॉ.अविनाश कश्यप का हाथ आंच के कारण हल्का जला है। उनकी स्थिति खतरे से बाहर है। आग पर स्टाफ के कर्मचारियों ने ही काबू पा लिया। कोई भारी क्षति नहीं हुई है।
डॉ. राजेश तिवारी
अधीक्षक