ग्वालियर। व्यापमं घोटाले की जांच करने आई सीबीआई अब मप्र पुलिस के उन अधिकारियों/कर्मचारियों की जासूसी कर रही है जिन्होंने व्यापमं घोटाले की जांच में भूमिका निभाई थी। सीबीआई को भरोसा है कि इन अधिकारी/कर्मचारियों के पास कई ऐसे राज हैं जो अब तक खुले ही नहीं। कुछ अधिकारी/कर्मचारियों व्यापमं घोटाले में आरोपियों को संरक्षण देने एवं सबूतों से छेड़छाड़ करने के भी आरोपी हैं।
न्यायालय ने 24 अगस्त तक व्यापमं से जुड़े सभी प्रकरणों से जुड़ी केस डायरी एसआईटी से लेने के निर्देश दिए थे। कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए सीबीआई ने सभी मामलों में प्रकरण दर्ज कर लिए हैं। फिलहाल सीबीआई को न्यायालय से 24 अगस्त को मिलने वाले निर्देशों का इंतजार है।
ईमानदार अधिकारी/कर्मचारियों की सेवाएं ली जाएंगी
चारा घोटाले के बाद सबसे बड़े व्यापमं घोटाले की जांच सीबीआई के खाते में आई है। जांच के लिए सीबीआई के पास पर्याप्त मेन पवार नहीं है। इसके लिए सीबीआई एसआईटी से जुड़े जवानों को राज्य शासन से मदद के लिए मांग सकती है। अनुमान है कि 60 के लगभग जवानों की सीबीआई को आवश्यकता पड़ेगी।
सीबीआई के अनुसार मिलेंगी सुविधाएं व वेतन
व्यापमं घोटाले की जांच के लिए प्रदेश पुलिस के जवानों को सीबीआई की मदद के लिए भेजा जाता है तो इन जवानों को सुविधाएं व वेतन सीबीआई के मापदंडों के अनुसार मिलेगा।