खरगोन। जैसी सरकार वैसा दवाब की नीति पर काम करते हुए यहां कुछ दलित कर्मचारी अधिकारियों ने धर्मांतरण की अनुमति मांगी है। उनका कहना है कि हमारी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं देता, ऐसे में धर्मांतरण के अलावा कोई चारा नहीं है। वो यह नहीं बता पाए कि क्या धर्मांतरण के बाद क्या समस्याएं सुलझ जाएंगी। उन्होंने यह भी नहीं बताया कि वो मुसलमान बनना चाहते हैं या ईसाई।
जिले की झिरन्या जनपद क्षेत्र के विकास खंड शिक्षा विभाग में पदस्थ लेखापाल बी आर साल्वे ने आदिवासी विकास विभाग के अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव कर प्रताड़ना के आरोप लगाये वही कृषि विभाग के कृषि विस्तार अधिकारी हुकुमचंद सांवले ने पुलिस पर प्रताड़ना के आरोप है कि कुछ माह पूर्व ठग युवकों द्वारा पुत्रो के साथ ठगी के मामले में पुलिस ने हमारे (फरयादी) के साथ ही मारपीट की और शिकायत के बाद आज तक भीकनगांव थाने के किसी भी दोषी पुलिस कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस तरह से अजा और अजजा वर्ग के साथ भेदभाव कर प्रताड़ित किया जाना न्याय संगत नही है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई हो नहीं तो हमें परिवार सहित धर्म परिवर्तन की अनुमति दी जाय।
पीड़ित अधिकारी कर्मचारियों द्वारा की शिकायत को लेकर डिप्टी कलेक्टर ने उच्च अधिकारियो को अवगत कराने की बात कही। हालाँकि मीडिया के सवाल धर्म परिवर्तन से समस्या का हल हो जायेगा पर शिाकायत कर्ता कोई जवाब नहीं दे पाये हालाँकि उनका मुख्य उद्देश्य प्रताड़ना से बचने का नजर आया।
इनका कहना है
अजा और अजजा वर्ग के साथ प्रशासन द्वारा भेदवाव किया जा रहा है। दलीत वर्ग को प्रताड़ीत करते हुए बार बार ट्रांसफर किया जा रहा है। अगर ऐसे अधिकारियों पर कार्यवाही नही होती है तो हम पूरे जिले के अजा और अजजा वर्ग के पीड़ित लोगो को इकट्ठा करके सामूहिक रूप से धर्मांंतरण करेंगे।
बी आर साल्वे, शिकायत कर्ता
हमारे साथ भेदभाव किया जाता है। हम जब न्याय के लिए पुलिस के पास भी जाते हैं तो हमारी कोई सुनवाई नही होती ऐसे में धर्मांतरण के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नही है।
हुकुमचंद सांवले , कृषि विस्तार अधिकारी शिकायत कर्ता
इस संबध में ज्ञापन प्राप्त हुआ है प्रताणना से तंग आकर धर्मपरिर्वतन की अनुमति की मांग की जा रही है। इस मामले के नियमानुसार जांच करवाई जाएगी आगे की कार्रवाई के कलेक्टर महोदय को बताया जाएगा।
राजेंद्र सिंह
डिप्टी कलेक्टर खरगोन