भिंड के बेरोजगार नवदंपत्ति ने इंदौर में फांसी लगाई

इंदौर। नौकरी न मिलने से दुखी नवविवाहित दंपति ने एक साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनके पास से पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन पता चला है कि वे नौकरी नहीं मिलने से दुखी थे। एक हफ्ते पहले ही पति का भोपाल स्थित एक कंपनी ने इंटरव्यू में चयन कर लिया था, लेकिन बाद में मना कर दिया, जिससे वह आहत था।

दंपति का नाम रूबी-राहुल पांडे निवासी लेक पैलेस कॉलोनी, एरोड्रम है। वे यहां चाचा अशोक पांडे के मकान की पहली मंजिल पर रहते थे। 15 अगस्त को सुबह 8.30 बजे तक दोनों कमरे से नहीं निकले तो चाचा पांडे ने ध्यान नहीं दिया। फिर 9.30 बजे तक भी नहीं दिखे तो उन्होंने पत्नी को देखने भेजा।

वह ऊपर गई और दरवाजा खटखटाया, पर कोई हलचल नहीं हुई। इस पर उसने पति को बताया और सीढ़ी से लगी दीवार के रोशनदान से झांककर देखा तो होश उड़ गए। कमरे में दंपति पंखे से बंधे साड़ी के एक ही फंदे से लटके थे। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो पास ही रखा म्यूजिक सिस्टम बज रहा था। दोनों के पैर पलंग से कुछ सेमी ऊपर थे।

साथ भोजन किया
रिश्तेदारों ने बताया 14 अगस्त की रात दोनों ने साथ भोजन किया, फिर काफी देर तक चाचा के यहां कैरम खेलते रहे। उसके बाद अपने कमरे में गए और म्यूजिक सिस्टम चालू कर दिया। चाचा के परिवार को लगा कि वे संगीत सुन रहे हैं इसलिए ध्यान नहीं दिया। दोनों में विवाद होने की बात भी सामने नहीं आई है।

आठ माह पहले हुई थी शादी
नजदीकी लोगों ने बताया दोनों की शादी करीब आठ माह पहले हुई थी। राहुल मूलत: जालोन (उप्र) का निवासी था, जबकि रूबी का मायका भिंड का है। उसके पिता एएसआई हैं। राहुल 9वीं से 11वीं तक इंदौर में पढ़ा, फिर ग्रेजुएशन दूसरे शहर से किया। कुछ समय बाद इंदौर आया और एमबीए किया। इस बीच उसने कुछ कंपनियों में नौकरी की, फिर बेरोजगार हो गया। वह काफी समय से अच्छी नौकरी ढूंढ़ रहा था।

हाथ में ग्लब्स पहनने को लेकर संशय
शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद रूबी का शव उसके परिजन भिंड, जबकि राहुल के परिजन जालोन ले गए हैं। वैसे, जिस स्थिति में दोनों के शव मिले थे, उस दौरान राहुल के हाथों में लेदर के ग्लब्स थे। इससे पुलिस को संशय था कि ठंड न होने के बावजूद ग्लब्स पहनने का क्या कारण हो सकता है? हालांकि वह अकसर जींस-टीशर्ट, स्पोर्ट्स शू और आधुनिक कपड़े पहनता था। फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. सुधीर शर्मा ने बताया परिस्थितिजन्य मिले साक्ष्य आत्महत्या करने के ही हैं।

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