भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में विधायक आरिफ अकील जिला कलेक्टर पर भड़क उठे। उन्होंने कलेक्टर को अपने दायरे में सीमित रहने की हिदायत दे डाली। विधायक महोदय यहीं नहीं रुके, उन्होंने कलेक्टर यहां तक कह डाला कि, 'आप जैसे कलेक्टरों को तो घर तक छोड़ आया हूं।'
दरसअल, भोपाल उत्तर विधानसभा से कांग्रेसी विधायक आरिफ अकील कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जिला योजना समिति की बैठक में शामिल होने पहुंचे। यहां शुरू हुई बैठक में प्रभारी मंत्री समेत तमाम आला अधिकारी मौजूद थे। बैठक के दौरान जब विधायक अकील ने रैन बसेरे का मसला उठाया तो कलेक्टर निशांत बरबड़े ने उनकी बात अनसुनी करते हुए आगे बढ़ें-आगे बढ़े कह दिया। इसी बात से विधायक भड़क उठे और कलेक्टर को खरी-खोटी सुना दी।
कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि, भड़कते हुए कांग्रेस विधायक आरिफ अकील ने कलेक्टर बरबड़े से कहा कि मैं आपको सम्मान दे रहा हूं, तो उसके बदले में आपसे भी अपेक्षा रखता हूं। विधायक की बात को सरेआम नज़रअंदाज करना बिल्कुल ग़लत है।
जब इस बारे में विधायक अकील से बात की गई तो उन्होंने बताया कि, मैंने बैठक में रैन बसेरों का निर्माण अब तक न होने का मुद्दा उठाया था। परन्तु सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के मंत्री और महापौर के सामने कलेक्टर ने मेरी बात को बिल्कुल भी तबज्जों नहीं दी। अकील ने कहा कि, दरसअल मैं लगातार अवैध उत्खनन, शहर की ट्रैफिक व्यवस्था आदि को लेकर सत्तासीन सरकार को घेरता रहता हूं, इसलिए कलेक्टर प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव को खुश करने के लिए मेरी बात को नज़रंदाज कर दिया।
मैने नजरअंदाज नहीं किया: कलेक्टर
इस मामले में कलेक्टर निशांत बरबड़े का कहना है कि, विधायक की बात नज़रंदाज़ करने की बात बिल्कुल सही नहीं है। मैंने तो उनकी मांग के बाद प्रजेंटेशन की स्लाइड्स आगे बढ़ाने को कहा था, जबकि विधायक उसे गलत समझ बैठे। कार्यालयीन सूत्रों के अनुसार, हालांकि, प्रभारी मंत्री भार्गव आश्वासन देकर ने मामला संभाल लिया था। उन्होंने जल्द ही चार रैन बसेरे बनवाने की बात कांग्रेस विधायक से कही।
