मुरैना। एक साधू के भक्तों का मानना है कि मंहत स्वरूपदास ने तीन दिन पहले ही अपनी मौत की घोषणा कर दी थी। इतना ही नहीं मौत के चंद मिनट पहले भी उन्होंने भक्तों से दुनिया से जाने की बात कही थी। मामला लश्करीपुरा गांव का है। जहां माता मंदिर में करीब 15 साल से रहने वाले बाबा स्वरूपदास का निधन हो गया।
लोगों का कहना है कि बाबा की इच्छामृत्यु हुई हैं। उन्हें पहले से ही इस बात का पता था। मौत के बाद मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लग गया। भक्तों ने भजन कीर्तन करना शुरु कर दिया। जिसके बाद वहां बाबा की समाधि बना दी गई। श्रद्धालु भले ही इसे इच्छामृत्यु बता रहे हैं लेकिन डॉक्टर्स इससे साफ इनकार कर रहे हैं। वो इसे महज एक अंधविश्वास बता रहे हैं।