ग्वालियर। शीतला माता मंदिर के पास हुई मुठभेड़ को मृत युवक धर्मेन्द्र कुशवाह के परिजनों ने फर्जी बताया है। धर्मेन्द्र के पिता का आरोप है कि पुलिस उसे घर से ले गई थी और एनकाउंटर दिखाकर मार दिया। धर्मेन्द्र की मौत के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। कुशवाह समाज एकजुट हो गया। बाद में सीएम शिवराज सिंह ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए।
मृत धर्मेन्द्र के पिता मोहर सिंह ने आरोप लगाया है कि उसके बेटे को फर्जी एनकाउंटर में मारा गया है। वह तो एक कॉलेज में चौकीदारी के अलावा आटो रिक्शा चलाता था। दो दिन से वह घर से गायब था और देर रात को खबर आई कि पुलिस ने उसे बदमाश बताकर एनकाउंटर में मार दिया है।
उपनगर हजीरा में स्थिति तनावपूर्ण
जिस इलाके में धर्मेन्द्र रहता है, वहां पर स्थिति मंगलवार देर रात तक तनावपूर्ण बनी रही। इसके अलावा अस्पताल में जहां धर्मेन्द्र को पोस्टमार्टम किया जा रहा था, वहां उसके परिजनों शव को घर ले जाने से मना कर दिया। उन्होंने न्यायिक जांच के आदेश से पहले शव की सुपुर्दगी लेने से इंकार कर दिया।
इस बीच राजधानी भोपाल में ग्वालियर ग्रामीण के भाजपा विधायक भारत सिंह कुशवाह ने मुख्यमंत्री से मुलाकात करके न्यायिक जांच का मुद्दा उठा दिया। इसके बाद जिला प्रशासन ने भी तुरंत कदम उठाया और धर्मेन्द्र मुठभेड़ के मामले की न्यायिक जांच करने का पत्र राज्य सरकार को लिख दिया। देर रात एडीएम खुद धर्मेन्द्र के परिजनों को यह पत्र देने गए। इसके बाद स्थिति शांत हुई। हालांकि अभी भी उपनगर हजीरे में पुलिस बल की तैनाती कर रखी है।