भोजमुक्त विश्वविद्यालय के द्वारा दूरस्थ के शिक्षा के माध्यम से यूजी/पीजी एवं विभिन्न संकाय की परीक्षाएॅं आयोजित कराइ जाती हैं। यह माध्यम शिक्षा का वैकल्पिक साधन है, दूरस्थ के शिक्षा के माध्यम से उन सभी विद्यार्थियों को अपने क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होता है। भोजमुक्त विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण विद्यार्थीओं को समय से पहले परीक्षा कार्यक्रम संचालित किये जा रहें है।
विश्वविद्यालय द्वारा पीजी संकाय के एक वर्षीय पाठ्यक्रम वर्ष 2015 का फार्म मई-जून माह भरे गयें एवं जिसकी परीक्षाएॅं 11 अगस्त से संचालित हो रही हैं। दो माह के अन्दर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा को समय पर नहीं करने के कारण से विद्यार्थीओं को अध्यापन कार्य करना कठिन हो गया है। क्योंकि पीजी कोर्स हिन्दी एवं अॅंग्रेजी दोनो माध्यम हैं लेकिन पाठ्यपुस्तक केवल अॅंग्रेजी माध्यम में हैं। जिसके चलते ग्रामीण अंचल में रहने वाले हिन्दी माध्यम के विद्यार्थीओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। परीक्षा के लिए बहुत समय है और अभी तक अधिकांश विद्यार्थीओं को न तो महाविद्यालय से पाठ्यपुस्तक मिली है और न ही मार्केट में पाठ्यपुस्तक उपलब्ध है।
यहाॅं तक कि अॅंग्रेजी माध्यम की पाठ्यपुस्तक महाविद्यालय से नही मिल पा रही है, न ही मार्केट में। ऐसी स्थिति में हमारा परीक्षा परिणाम खराब आयेगा। हमारी इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए भोजमुक्त विश्वविद्यालय मैं बैठे वरिष्ठ अधिकारी एवं परीक्षा विभाग के अधिकारी महोदयजी से निवेदन है कि 11 अगस्त से होने वाली परीक्षा की तारीख को आगे बढाई जाए एवं नये सत्रों में सभी कोर्स की पाठ्यपुस्तक एवं असाईनमेंट हिन्दी एवं अॅंग्रेजी दोनो माध्यम में परीक्षा से कम से कम तीन माह पहले विद्यार्थीओं को महाविद्यालय के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएॅं। जिससे हमें पढ़ने में अधिक समय मिल सके और परीक्षा परिणाम बेहतर आ सके।
परीक्षार्थी
लक्ष्मीकांत, जबलपुर