भोपाल। मप्र की डायल 100 सेवा जिसका ढोल कई दिनों से बड़े जोर जोर से पीटा जा रहा था, 15 अगस्त को शुरू नहीं हो पाएगी। इसके पीछे राजनीति दोषी है या अफसरशाही यह जानने के लिए अब बहुत वक्त बाकी है, क्योंकि अब इसके शुभारंभ की अगली तारीख 1 नवम्बर तय कर दी गई है।
प्रदेश पुलिस का सवा छह सौ करोड़ रुपए का बहुप्रतिक्षित डायल -100 प्रोजेक्ट अब मोबाइल डाटा टर्मिनल (एमडीटी) की डिलेवरी के इंतजार में अटक गया है। ये हाल तब है जब मुख्यमंत्री समेत पुलिस के आला अफसर भी इसे 15 अगस्त से शुरू करने का दावा कर चुके हैं। तर्क दिया जा रहा है कि यूएस बेस्ड कंपनी समय पर एमडीटी की डिलेवरी नहीं कर पाई, जिसके कारण अब डायल 100 को संभवत: मप्र स्थापना दिवस यानी एक नवंबर को प्रदेश में एक साथ शुरू किया जाएगा।
मप्र पुलिस ने इस प्रोजेक्ट के लिए एक हजार टाटा सफारी स्टॉर्म गाड़ी में एमडीटी लगाने का ठेका मुंबई की कंपनी बीवीजी को दिया। इसने अमेरिका बेस्ड कंपनी अवया को ऑर्डर दिया है। जब वक्त खरीदी का आया तो टेंडर शर्तों में जिस एमडीटी का जिक्र था, अवया ने वह मॉडल बनाना बंद कर दिया था।
एमडीटी में देरी की वजह से टली
डायल 100 के वाहनों में लगने वाले मोबाइल डाटा टर्मिनल की डिलेवरी अभी नहीं हो पा रही है। इसे अब 15 अगस्त को नहीं बल्कि एक नवंबर से पूरे प्रदेश में एक साथ शुरू किया जाएगा।
बाबूलाल गौर, गृहमंत्री मप्र