भोपाल। सीबीआई को देश का सुपरमेन माना जाता है जो देश के भीतर मौजूद दुश्मनों को मारने के लिए 24 घंटे एक्टिव रहता है परंतु व्यापमं घोटाला इतना बड़ा रावण है कि सीबीआई भी पूरे एक महीने से इसकी फाइलों में ही उलझी रह गई। फील्ड में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। आज 9 अगस्त है और सीबीआई जांच शुरू हुए पहला महीना पूरा हो गया है।
इस एक महीने में सीबीआई ने 59 एफआईआर दर्ज की और 20 पीई दर्ज कीं है। जिसमें 1504 आरोपियों को नामजद आरोपी बनाया है। नम्रता डामोर व अक्षय सिंह की मौत के मामले में शुरूआती बयान लेने के अलावा सीबीआई की टीम फाइलों में ही उलझी हुई है। न तो नई गिरफ्तारी हुई है न ही कोई नया केस दर्ज हुआ है।
सीबीआई अधिकारी कहते हैं कि इतना बड़ा मामला है कि एसटीएफ व एसआईटी से एफआईआर लेने में ही कम से कम दो महीने का समय लगेगा। इसके बाद ही जांच की दिशा तय हो पाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने भी सीबीआई से कहा है कि हर हाल में 24 अगस्त तक एसटीएफ से पूरे केस ले लें। 24 अगस्त को सीबीआई को सुप्रीम कोर्ट में जवाब पेश करना है।
दो साल तक चलेगी जांच
सीबीआई अधिकारी कहते हैं कि व्यापमं घोटाला, चारा घोटाले और टू जी घोटाले से बड़ा है। 185 एफआईआर तो सिर्फ एसटीएफ व एसआईटी की है। नई एफआईआर भी हो सकती हैं। अभी तक तो सिर्फ एसटीएफ से एफआईआर ली जा रही है। पूरी जांच होने में कम से कम दो साल का वक्त लगेगा।