खंडवा। वनविभाग खण्डवा में एक मुस्लिम महिला कम्प्यूटर आॅपरेटर जो रमजान के महीने में रोजे से है, डीएफओ की प्रताड़ना का शिकार हो रही है। लगातार 14 साल से सेवाएं दे रही इस महिला को कम्प्यूटर कक्ष में घुसने नहीं दिया जा रहा। वो दिनभर धूप में खड़ी रहती है। उसकी गलती सिर्फ इतनी सी है कि उसने आला अधिकारियों को एक पत्र लिखकर नियमानुसार वेतन की मांग कर ली थी।
खण्डवा डिवीजन में कार्यरत सुश्री शबीना शेख को वहां के डीएफओ महोदय ने निकाल दिया है। यंहा तक की उनके बैठने बाले कमरे मे ताला भी लगा दिया गया है। शबीना शेख विगत 14 वर्षों से खण्डवा वन मण्डल में कार्यरत हैं। जिन्हे वन विभाग में कम्पयूटर पर कार्य प्रारंभ होने पर संविदा पर रखा गया था। जिसके बाद उन्हे भी जाब दर पर कर दिया गया। वर्तमान में उनके घंण्टों को कम किया जाने लगा था। जिस पर शबीना शेख द्वारा माननीय प्रधान मुख्य वन संरक्षक मुख्य वन संरक्षक सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की।
जिस पर वन मण्डलाधिकारी भडक गये और उन्हे परेशान करने लगे बात यहीं पर खत्म नहीं हुई उन्होंने आपरेटर के कमरे का ताला भी लगा दिया। जिस पर शबीना शेख को धूप में बाहर ही बैठे रहना पडा। सभी जानते हैं कि वर्तमान में रमजान का मुबारक महिना चल रहा है और शबीना शेख के रोजे चल रहे हैं।
संघ द्वारा वनमण्डलाधिकारी महोदय को एक पत्र लिखा गया है जिसमें यदि आपरेटर का भुगतान नहीं करने एवं यथावत कार्य पर न रखने पर दिनांक 04/07/2015 दिन शनिवार को वन मण्डल कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन कर नारे लगाये जावेगें। मध्य प्रदेश वन विभाग में 10 से 25 वर्षो से लगातार कम्प्यूटर आपरेटर वन विभाग को सेवा दे रहे है, और विभाग के कम्प्यूटर आपरेटरो के द्वारा वेतन विसंगती एवं नियमितिकरण के संबंध में विभाग के आलाधिकारी एवं मध्य प्रदेश शासन से कई बार गुहार लगाई गई है, परन्तु वन विभाग के आलाधिकारी कार्यरत कम्प्यूटर आपरेटो को एक एक कर निकलाने का प्रयास किया जा रहा है, यदि इसी प्रकार होता रहा तो क्या होगा उन कम्प्यूटर आपरेटरों का जो उनका परिवार उसी से जुडा हुआ है, वे तो बेरोजगार हो जायेगे, उन पर आर्शित माता पिता, पत्नि, बच्चे का क्यों होगा।