भोपाल। मप्र के पूर्व केबीनेट मंत्री एवं भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को अब उनकी क्षमता के अनुसार काम मिल गया है। वो मोदी सरकार और संगठन के बीच तालमेल जमाने का काम देखेंगे। संगठन में यह उनका प्रमोशन माना जा रहा है। इधर मोदी के मंत्री तक पहुंच रहेगी तो उधर संगठन के पदाधिकारियों तक।
पीएम मोदी, अमित शाह और अरुण जेटली के बाद कैलाश विजयवर्गीय सरकार और पार्टी का चौथा बड़ा चेहरा होंगे। सरकार से लेकर पार्टी के फैसलों में कैलाश विजयवर्गीय की भूमिका होगी। बुधवार को संसदीय समिति की बैठक में भी कैलाश विजयवर्गीय मौजूद होंगे। अमित शाह के अलावा कैलाश विजयवर्गीय दूसरे ऐसे नेता होंगे जो कि सांसद न होने के बावजूद पार्टी की बैटक में हिस्सा लेंगे।
कैलाश विजयवर्गीय की जिम्मेदारी ?
संसद में विपक्ष का मुकाबला करने के लिए राज्यों के जो मुद्दे उठाए जाने की रणनीति कैलाश विजयवर्गीय ने तय की है। पार्टी की तरफ से सरकार को मुश्किल से उबारने की रणनीति भी कैलाश विजयवर्गीय बनाएंगे। इसके अलावा संगठन में अहम फैसलों में भागीदारी होगी।
कैलाश का बढ़ा कद
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रहे कैलाश विजयवर्गीय को पिछले साल चुनाव में हरियाणा की जिम्मेदारी दी गई थी। हरियाणा में बीजेपी को जीत मिली जिसके बाद उन्हें महासचिव बनाया गया और पश्चिम बंगाल बीजेपी का प्रभारी बनाया गया और अब पार्टी ने उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है।