भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश हैं कि यदि एक भी व्यक्ति भूख से मर गया तो जिम्मेदार उस प्रदेश का मुख्य सचिव होगा। इसलिए भूख से होने वाली मौतों को अक्सर दूसरा नाम दे दिया जाता है। परंतु भूख तो भूख है और वो स्पष्ट दिखाई देती है।
भिंड गोहद में कुपोषण की शिकार 5 साल की मासूम बेटी को स्वास्थ्यवर्धक आहार ना दे पाने की वजह से उसके पिता दामोदर गोले ने उसका गला घोंटकर हत्या कर दी और लाश को घर के पास दफना दिया। दोपहर 1 बजे उसने गांव वालों को बताया तो गांव वालों ने शव निकलवाकर कोटवार को पुलिस को सूचना देने भेजा। गांव वाले इधर-उधर हुये तो पिता दामोदर गोले ने घर में फांसी लगा ली। पुलिस को दामोदर और उसकी बच्ची का शव मिल गए हैं।