भोपाल। मप्र में टीवी चैनलों के कैमरों को हदों में बांधने की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। इसकी पहल मप्र की विधानसभा से होने जा रही है। आरोप है कि विधानसभा में हंगामा टीवी चैनलों के कारण हुआ। लोग स्क्रीन में दिखाई देने के लिए धक्कामुक्की कर रहे थे, इसी दौरान नेताप्रतिपक्ष को धक्का लगा।
तय किया गया है कि मीडिया को मंत्री और विधायकों से बात करने की इजाजत सिर्फ प्रेस रूम में ही होगी, वहीं सदन के मुख्यद्वार पर कैमरामैन नहीं खड़े हो सकेंगे। इनके लिए संसद की तर्ज पर परिसर से बाहर व्यवस्था दिया जाएगा। ये व्यवस्थाएं विस के शीतकालीन सत्र से लागू होंगी।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा ने सीसीटीवी फुटेज देखा तो स्पष्ट हुआ कि मीडिया में दिखने की होड़ के चलते ये नौबत आई थी।
इसके अलावा सीएम सरला मिश्रा के भाई आनंद मुख्यद्वार के सामने ही मुख्यमंत्री के पैरों में गिर गए। इस घटना को कैमरे में कैद करने की ऐसी होड़ मची कि मुख्यमंत्री बमुश्किल अपने कक्ष तक पहुंच पाए।