भोपाल। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बड़ी संख्या में शिक्षकों की कमी है। अभी तक सरकार ने अतिथि शिक्षको को सत्र 2015 -2016 में रखने को आदेश नही निकाला है। प्रदेश भर से आये अतिथि शिक्षकों ने एक स्वर में मांग की कि जल्द से जल्द आदेश निकाला जाये। पहले से कार्यरत अतिथि शिक्षकों को रखने का निर्देश आदेश में दिया जाये। इस संबंध में अतिथि शिक्षक मोर्चा के बेनर तले प्रदेश के स्कूली शिक्षा विभाग में कार्यरत अतिथि शिक्षकों ने 11 जुलाई 2015 दिन शनिवार को नीलम पार्क में मोर्चा के पदाधिकारियो के मार्गदर्शन में बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि सरकारी स्कूलों के विधार्थियो के हित को ध्यान में रखते हुये चालू सत्र 2015 -2016 में आदेश निकलवाने के लिए प्रदेश भर में 13 जुलाई से 20 जुलाई 2015 तक एसडीएम एवं कलेक्टर को मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री नाम ज्ञापन सोपेगे।
बैठक में चालू सत्र 2015 -2016 में आदेश निकलवाने, हाईकोर्ट के निर्णय व आगामी आदोलन के संबंध में रणनीति वनाई गई। मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष एम.एल. रैकवार ने कहा किे हाई कोर्ट के आदेश को मानकर सरकार अतिथि शिक्षकों को नियमित करे। जल्द ही नियमितिकरण नहीं हुआ नियमितीकरण की एक सूत्रीय मांग को लेकर संगठन की ओर से उग्र आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि 2015 में ही नियमित होना संगठन का मुख्य लक्ष्य है। सरकार कोर्ट का आदेश नहीं मानती है तो भोपाल में प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया जाएगा। अतिथि शिक्षक मोर्चा के प्रांतीय महामंत्री व प्रवक्ता आशीष जैन ने जानकारी देते हुये वताया कि स्कूली शिक्षा विभाग में कार्यरत अनुभवी अतिथि शिक्षको को गुरुजी की तरह सीधा लाभ देकर संविदा शाला शिक्षक परीक्षा 2015 के पहले नियमितीकरण किया जाये। इस अवसर पर दीपेश मिश्रा, मनोज विश्वकर्मा,सुखराम दागी, राजेश कुमार, अशोक यादव सहित अनेक अतिथि शिक्षक मोजूद थे।