7 लड़कियां, 13 लड़​के, 1500 शिकार और 100 करोड़ की ठगी

Bhopal Samachar
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ग्वालियर/मप्र। ग्वालियर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के एक ऐसे ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसका मास्टरमाइंड इंग्लैंड में हैं, जबकि दिल्ली में 7 लड़कियां और 13 लड़के मिलकर पूरे देश को चूना लगा रहे थे। इस रैकेट ने अब तक करीब 1500 लोगों को अपना शिकार बनाया और 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी की। सबसे ज्यादा शिकार पंजाब के हैं, लेकिन भांडाफोड़ मप्र पुलिस ने किया। 

गिरोह बीमा पॉलिसी से लेकर बोनस, लोन और घरों में मोबाइल कंपनियों के टावर लगाने का झांसा देकर लोगों से धन ऐंठता था। इस गिरोह के सरगना ने दिल्ली से एमबीए किया है और वह वहीं रहता है। जिसके बाद वो नौकरी करने इंग्लैंड चला गया।

कैसे करते थे ठगी?
आरोपियों ने इनफिनिटी इनवेस्टमेंट सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, इनफिनिटी लाइफ ट्रिप प्राइवेट लिमिटेड और फैमली ट्रिप-टूर पैकेजेस लिमिटेड जैसी कंपनियां बनाई। ठगों का यह गिरोह ऐसे लोगों को फोन करते थे, जिनकी एलआईसी की पॉलिसी किश्त जमा नहीं करने पर बंद हो जाती थी। इन कंपनियों के कॉल सेंटर से संबंधित व्यक्ति के पास फोन आता था कि वित्त मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि जिन लोगों की पॉलिसी बंद हो गई है, उनको फिर से शुरू किया जा रहा है और अब बोनस भी दिया जाएगा। ऐसे लोग रकम मिलने के चक्कर में लालच में आकर ठगी का शिकार हो जाते थे। ये लोग अपने शिकार बने व्यक्ति से लाखों रुपए चेक के द्वारा एकाउंट में मंगा लेते थे।

कैसे हुआ खुलासा?
क्राइम ब्रांच की प्रभारी एडिशनल एसपी प्रतिभा मैथ्यू ने बताया कि उनके पास इसी साल अप्रैल में ग्वालियर के एक रेलवे कर्मचारी ने शिकायत की थी। कर्मचारी ने बताया कि दिल्ली की कंपनी फैमली ट्रिप-टूर पैकेजेस लिमिटेड ने उनसे संपर्क किया। कंपनी ने एलआईसी का बोनस दिलाने के नाम पर 17 लाख रुपए की ठगी की। इस शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की और अब जाकर इसका खुलासा हुआ।

कंपनी का मालिक पत्नी के साथ मिलकर करता था ठगी
इस कंपनी का मालिक आकाश बिड़ला है और ठगी करने में उसकी पत्नी उर्वशी मेहरा व दोस्त रिचा भटनागर भी शामिल थे। हालांकि, इस पूरे गोरखधंधे का मास्टरमाइंड सुमित रंजन है। सुमित ने इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी से एमबीए कर रखा है और वहीं रहता है।

वेबसाइट से लेकर कस्टमर केयर सेंटर तक
करोड़ों की ठगी करने वालों ने अपनी कंपनियों की वेबसाइट से लेकर कस्टमर केयर सेंटर तक बना रखा था। यदि कोई क्लाइंट कस्टमर केयर सेंटर में शिकायत करता तो उसे एक-दो महीने टाला जाता था औऱ फिर इसका फोन नंबर बदल दिया जाता। इससे क्लाइंट परेशान हो कर पीछा छोड़ देता था। कई लोगों ने तो शिकायत तक दर्ज नहीं कराई थी।

कम से कम 5 लाख ठगे
क्राइम ब्रांच के मुताबिक इन्होंने प्रत्येक व्यक्ति से कम से कम 5 लाख रुपए और अधिकतम 15 से 20 लाख रुपए तक ठगे हैं। सबसे ज्यादा ठगी पंजाब के अप्रवासी भारतीय लोगों से इस कंपनी ने की है। इन ठगों का मानना है कि एनआरआई ज्यादा शिकायत नहीं करते।

ये हुए गिरफ्तार
आकाश बिड़ला, उर्वशी मेहरा, रिचा भटनागर, सुमित रंजन, रहमान, तरुण शर्मा, मनीष झा, राकेश कुमार, वीरेन्द्र वर्मा, साजन, राजवीर सिंह , गौरव पंजाबी, पारस सखूजा के अलावा माधुरी रोड़े, विनीता रावत, सरबजीत कौर, रितु सैनी, स्वाति व तलविंदर कौर को दिल्ली से क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है।

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