यहां पढ़िए: इंजीनियरिंग ना करें तो क्या करें

इंदौर। सीबीएसई 12वीं के नतीजे घोषित होने के साथ ही करियर को लेकर स्टूडेंट्स के सामने स्थिति थोड़ी स्पष्ट हो गई है। जिन स्टूडेंट्स ने 12वीं में बहुत अच्छे मार्क्स स्कोर किए हैं, उनके लिए करियर के सभी विकल्प खुले हैं परंतु जो स्टूडेंट्स अपने मन मुताबिक नंबर हासिल नहीं कर पाए हैं, उनके लिए यह वक्त सोचने का है।

स्टूडेंट्स ने करियर संबंधी अपनी परेशानियों को लेकर स्कूल टीचर्स और काउंसलर्स की मदद लेना शुरू कर दी है। एक्सपर्ट के अनुसार यदि स्टूडेंट्स के मार्क्स अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में बेहतर ब्रांच के साथ एडमिशन लेने लायक नहीं हैं, तो उन्हें इंजीनियरिंग के बजाय अन्य कोर्स करने का विचार बनाना चाहिए। 'सी' ग्रेड कॉलेज से किसी भी ब्रांच में इंजीनियरिंग करने से बेहतर है पारंपरिक कोर्स में करियर बनाया जा सकता है।

BCA और BSC में भी BE जैसे जॉब
करियर काउंसलर जयंतीलाल भंडारी कहते हैं अक्सर बच्चे सोचते हैं कि पारंपरिक कोर्स में बेहतर करियर विकल्प नहीं मिलते, जबकि यह गलत है। बीएससी कंप्यूटर साइंस और बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन जैसे कोर्स करने के बाद बीई कंप्यूटर साइंस और आईटी ब्रांच के स्टूडेंट के बराबर ही जॉब अपॉर्च्युनिटी होती है। इनमें मास्टर डिग्री करने के बाद यह संभावना दोगुनी हो जाती है। बीएससी फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ्स या बायोटेक्नोलॉजी करके भी अच्छा जॉब संभव है। इसके बाद आप किसी कंपनी में या मास्टर डिग्री के बाद नेट एग्जाम देकर रिसर्च और एजुकेशन फील्ड में काम कर सकते हैं।

MBA या CA भी है विकल्प
पीसीएम बैकग्राउंड के स्टूडेंट्स बीबीए या एमबीए इंटीग्रेटेड कोर्स की ओर भी जा सकते हैं। यदि पीसीएम बैकग्राउंड के स्टूडेंट्स थोड़ी ज्यादा मेहनत करने के लिए तैयार हो तो कंपनी सेकेटरी या चॉर्टर्ड अकाउंटेंट जैसे कोर्स करने के बाद भी अच्छा करियर बनाया जा सकता है।

इन कॉलेजों में ले सकते हैं एडमिशन
इंदौर में इन कोर्स के लिए होलकर साइंस कॉलेज, ओल्ड जीडीसी समेत कई प्रायवेट कॉलेज बेहतर विकल्प साबित होंगे। यदि इंदौर के बाहर से कोर्स करना है तो दिल्ली, बैंगलोर, हैदराबाद, पुणे और मुंबई के नामी कॉलेजों में एडमिशन लिए जा सकते हैं। किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेने के पहले इंटरनेट पर उस कॉलेज की रैंकिंग जरूर देख लें।

अन्य परीक्षाओं पर केंद्रित करें ध्यान
अक्सर पीसीएम स्टूडेंट्स सिर्फ जेईई पर ध्यान केंद्रित रखते हैं जबकि अन्य परीक्षाओं के जरिए भी अच्छा कॉलेज प्राप्त किया जा सकता है। एजुकेशनिस्ट केके शर्मा (डायरेक्टर रैंकर्स पाईंट) के अनुसार वैल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, एसआरएम चैन्नई और बीट्स पिलानी जैसे संस्थानों की प्रवेश परीक्षाओं के जरिए भी बहुत अच्छा करियर बनाया जा सकता है। स्टूडेंट्स को इन पर ध्यान देना चाहिए। यदि बहुत कम नंबरों से आप एडमिशन पाने से रूक रहे हैं तो ड्रॉप भी लिया जा सकता है। बहुत कम नंबर होने पर प्योर साइंस के कोर्स अच्छा विकल्प साबित होंगे। डीएवीवी से पांच साल के इंटीग्रेटेड एमसीए कोर्स के बाद अच्छी जॉब मिल जाती है।

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