बिकाऊ मीडिया के खिलाफ पब्लिक ट्रायल चाहते हैं केजरीवाल

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अ​रविंद केजरीवाल का मानना है कि कुछ टीवी न्यूज चैनलों ने आम आदमी पार्टी को खत्म कर देने की सुपारी ली है और वो दोषपूर्ण तरीके से आम आदमी पार्टी के खिलाफ खबरों का प्रसारण कर रहे हैं। ऐसी 'बिकाऊ मीडिया' के खिलाफ पब्लिक ट्रायल होना चाहिए।

मीडिया पर आम आदमी पार्टी को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाने के चंद रोज बाद अब अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने तय किया है कि वह तमाम न्यूज चैनलों के कॉन्टेंट पर कड़ी निगाह रखेगी । दिल्ली सरकार ने अपने अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे टीवी चैनलों पर ब्रॉडकास्ट होने वाले कॉन्टेंट को मॉनिटर करें। इस संबंध में डायरेक्टरेट ऑफ इन्फर्मेशन ऐंड पब्लिसिटी (डीआईपी) के अधिकारियों को जारी आदेश में कहा गया है कि वे सुबह 9 बजे से रात 11 बजे के बीच टीवी चैनलों पर प्रसारित कॉन्टेंट को मॉनिटर करें।

ऐसा शायद पहली बार हुआ है, जब दिल्ली की किसी सरकार ने इस तरह का आदेश दिया है। अभी तक यह चलन रहा है कि डीआईपी के अधिकारी न्यूज पेपर्स में सरकार से जुड़ी खबरों की कटिंग रखा करते हैं, लेकिन अब से न्यूज चैनलों पर भी नजर रखी जाएगी। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डीआईपी के अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वे सरकार से जुड़े न्यूज चैनलों के कॉन्टेंट को मॉनिटर करें और इस पर रोजाना मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) को रिपोर्ट भेजें।

सूत्रों ने बताया कि डीआईपी अफसरों को निर्देश मिला है कि वे चैनलों को सुबह 9 बजे से लेकर रात 11 बजे तक मॉनिटर करें। अधिकारियों को फिलहाल अगले एक महीने तक ऐसा करने का निर्देश दिया गया है, जिसके बाद दिल्ली सरकार इस काम के लिए विशेष स्टाफ की नियुक्ति के लिए टेंडर जारी करेगी।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महज चंद रोज पहले एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में आरोप लगाया था कि मीडिया के एक बड़े तबके ने आम आदमी पार्टी को खत्म करने की सुपारी ली है। मीडिया का पब्लिक ट्रायल होना चाहिए। सीएम ने कहा था कि दिल्ली में ऐसी 8-10 जगहें तय कर दी जानी चाहिए, जहां हम लोगों के समूह को इकट्ठा करें और उन्हें चैनलों पर प्रसारित होने वाले 'दोषपूर्ण' क्लिप दिखाए जाएं।

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