अभिषेक चेंडके/इंदौर। देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस ने सोमवार को भूमिपूजन के बाद एसईजेड (कैंपस) निर्माण का काम शुरू कर दिया है। भूमिपूजन सादे समारोह में कंपनी के शीर्ष अफसरों की मौजूदगी में किया गया। सोमवार को ही बिल्डिंग के नक्शे के लिए नगर निगम में 1.28 करोड़ रुपए जमा कराए गए हैं।
कंपनी को शासन ने 26 करोड़ रुपए में 130 एकड़ जमीन आवंटित की है। सालभर में बिल्डिंग बन जाएगी। पहले चरण में 3 हजार आईटी प्रोफेशनल्स को रोजगार मिलेगा। कंपनी का इंदौर कैंपस दूसरे कैंपस की तुलना में ज्यादा आधुनिक और ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर बनेगा।
मैसूर कैंपस से ज्यादा हरियाली सुपर कॉरिडोर पर बनने वाले कैंपस में रहेगी। प्राकृतिक प्रकाश और जल संवर्धन पर खासा ध्यान दिया जाएगा। बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम हैदराबाद की एमडब्ल्यू कंपनी को सौंपा गया है।
ऐसा होगा इंफोसिस कैंपस
130 एकड़ में फैले कैंपस में पांच झील बनाई जाएगी। झीलों में वर्षाजल संग्रहित किया जाएगा। इस पानी का उपयोग कंपनी करेगी।
बिजली के लिए सोलर पैनल लगाए जाएंगे। बिल्डिंग की डिजाइन ऐसी होगी कि दिन में बिजली का उपयोग न करना पड़े।
मुख्य बिल्डिंग जी प्लस नाइन होगी और उसके आसपास चार ब्लॉक बनेंगे। ऊपर से इसका आकार अंग्रेजी वर्णमाला के 'एच" जैसा होगा।
बिल्डिंग में 5 हजार आईटी प्रोफेशनल्स के बैठने की व्यवस्था होगी।
हाई परफार्मेंस ग्लास का इस्तेमाल होगा, जिससे बाहरी वातावरण का बिल्डिंग के अंदर असर नहीं होगा।
बीपीओ और सॉफ्टवेयर सेवाएं देगी
इंदौर कैंपस में कंपनी बिजनेस प्रोसेसिंग आउटसोर्सिंग और सॉफ्टवेयर सर्विसेस का काम करेगी। पहले चरण में 3 हजार लोगों को रोजगार देने की प्लानिंग है। बिल्डिंग बनने के कुछ समय बाद कंपनी काम शुरू कर देगी।
बिल्डिंग का निर्माण शुरू
सोमवार को भूमिपूजन के बाद बिल्डिंग का काम शुरू कर दिया है। यह कंपनी का सबसे अच्छा कैंपस होगा।
गणेश बाबू, प्रोजेक्ट इंचार्ज, इंफोसिस