शरारती मीडिया से चकरघिन्नी हुआ प्रशासन

रीवा। रीवा मीडिया के किसी शरारती तत्व ने रीवा के आसमान में एयरफोर्स का विमान क्रेश होने की खबर उड़ा दी। सोशल मीडिया से शुरू हुई यह खबर पलक झपकते ही टीवी चैनलों और अखबारों तक पहुंच गई, जबकि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं। ये घटना तो जनवरी 2015 में हुई थी।

पढ़िए वो खबर जो सबसे पहले सामने आई
मप्र-उप्र की सीमा में डभौरा के जंगल में सोमवार सुबह एअरफोर्स का विमान क्रेश हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस का दल मौके के लिए रवाना हो गया है। घटना में फिलहाल पायलट का पता नहीं चल पाया है।

जानकारी के अनुसार एअरफोर्स का विमान टीयू 645 सोमवार दोपहर डभौरा के जंगल में क्रेश हो गया। डभौरा एसडीओपी आलोक शर्मा ने बताया कि जंगल में धुआं उठने के बाद प्लेन क्रेश होने की खबर है। पुलिस दल मौके के लिए रवाना हो गया है।

रीवा के सीसीएफ पीके सिंह ने बताया कि सेना का जो विमान डभोरा के ऊपर से गुजर रहा था तो उसमें आग लगी थी। उनके अनुसार रामनगर और सिग्‍मा (यूपी) के बीच में प्‍लेन क्रैश होने की आशंका जताई जा रही है।

विमान के गिरने की सूचना पर जंगल में सर्चिंग की जा रही है। अभी तक पुलिस को मलबा नहीं मिला है। -आकाश जिंदल, एसपी रीवा

रीवा क्षेत्र के जंगल में सर्चिंग लगभग पूरी हो चुकी है। घटना रीवा जिले की नहीं है। यूपी और एमपी पुलिस लगातार सर्चिंग कर रही है।
राहुल जैन, कलेक्‍टर रीवा

अब पढ़िए रक्षामंत्रालय का खंडन
रक्षा मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में भारतीय वायुसेना के एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर का सोमवार को खंडन किया. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीतांशु कर ने ट्वीट में कहा, आज वायुसेना का कोई विमान दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुआ. फ्रेम संख्या टीयू 645 वाला एक मिग 27 उत्तरलाई में 27 जनवरी, 2015 को दुर्घटनाग्रस्त हुआ था.इस बीच चित्रकूट के अपर पुलिस अधीक्षक, आर.डी. चौरसिया ने भी इस घटना को अफवाह बताया है. उन्होंने कहा, यह महज अफवाह थी, किसी ने शरारतन  पुराने दुर्घटनाग्रस्त विमान की फोटो मीडिया तक पहुंचा दी और प्रशासन को परेशान किया है.

चौरसिया ने कहा, 'उनके पास भी एक मीडिया कर्मी ने दुर्घटनाग्रस्त विमान की फोटो भेजी थी, अब जांच की जाएगी कि पत्रकार को यह फोटो किसने भेजी? शरारत करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.'

उल्लेखनीय है कि सोमवार दोपहर लगभग एक बजे मीडिया में खबर आई कि चित्रकूट जिले के कल्दा गांव के जंगल में एक लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. खबर के साथ दुर्घटनाग्रस्त विमान की तस्वीर भी जारी हुई थी.

इस खबर के आने के बाद पुलिस अधिकारियों का अमला जंगल के चप्पे-चप्पे में विमान का मलबा ढूंढ़ने में जुट गया. जब चित्रकूट जिले के जंगल में विमान का मलबा नहीं मिला तो यहां की पुलिस ने मध्य प्रदेश के सतना जिले के पुलिस अधीक्षक से संपर्क किया. वहां के अधिकारियों ने भी अपनी सीमा के जंगल में खोजबीन की.

विमान के मलबे की खोजबीन में चित्रकूट और सतना पुलिस ने लगभग छह घंटे मशक्कत की, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा.

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