पणजी। गोवा के मंत्री दीपक धावालिकर की पत्नी लता ने एक अजीबोगरीब बयान देकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने अभिभावकों से कहा है कि वह अपने बच्चों को कान्वेंट स्कूलों में न भेजें। साथ ही उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वह पश्चिमी सभ्यता की नकल करना छोड़ें क्योंकि इससे ही दुष्कर्म की वारदातें बढ़ गई हैं।
गोवा के मंत्री की पत्नी और सनातन संगठन से जुड़ी लता ने मारगाव में एक सम्मेलन के दौरान यह विवादास्पद बयानबाजी की। उनके तुगलकी फरमानों की फेहरिस्त यहीं नहीं थमी। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को कान्वेंट स्कूल न भेजें। फोन करते समय हेलो की जगह नमस्कार बोलें। पहली जनवरी को नया साल न मनाएं। हमेशा गुडी पड़वा को बतौर हिंदू नववर्ष मनाएं। हिंदू पुरुष जब भी घर से बाहर निकलें, माथे पर तिलक लगाएं। इसी तरह महिलाएं कुमकुम लगाएं। उन्होंने कहा कि अब हिंदू महिलाओं के माथे पर कुमकुम न लगाने का चलन हो गया है। साथ ही वह कसे और अंग प्रदर्शन वाले कपड़े पहनती हैं। बाल कटाती हैं और अजीबोगरीब हेयरस्टाइल रखती हैं। लता का मानना है कि दुष्कर्म की घटनाएं महिलाओं के पश्चिमी सभ्यताओं को अपनाने के कारण ही बढ़ रही हैं।
इन बयानों के संबंध में जब लता के पति और गोवा सरकार के मंत्री दीपक धावालिकर से संपर्क किया गया तो उन्होंने इस पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उल्लेखनीय है कि दीपक धावालिकर राज्य की फैक्ट्री और ब्रोयलर विभाग के मंत्री हैं। उनके भाई सुदिन भाजपा सरकार में परिवहन मंत्री हैं। पिछले साल सुदिन ने ही गोवा में महिलाओं के बिकिनी पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी।