भोपाल। नगरनिगम अमले ने आज राजधानी में करीब आधा दर्जन से ज्यादा कर्मचारी संगठनों ने आफिस तोड़ने की मुहिम शुरू की। मुहिम की शुरूआत पीएचई के डिवीजन आफिस से की गई। छुट्टी होने के कारण आफिस में कोई कर्मचारी नहीं था, बावजूद इसके पूरा आफिस जमींदोज कर दिया गया और अवैध रूप से आफिस का सामान भी जब्त करके ले गए।
नगरनिगम का अमला आज सुबह 11 बजे पीएचई के डिवीजन आफिस पहुंचा। शासकीय अवकाश होने के कारण आफिस में कोई कर्मचारी नहीं था। निगम अमले ने किसी को अधिकृत सूचना भी नहीं दी और आफिस को जमींदोज कर दिया। डिवीजन आफिस में रखी तिजोरी को भी तोड़ दिया गया, जबकि यह संगीन अपराध माना जाता है।
इसके बाद अमला कर्मचारी संगठनों के मुख्यालयों को तोड़ने के लिए आगे बढ़ा, परंतु तब तक सभी कर्मचारी संगठनों ने नेता वहां जमा हो गए और भारी विरोध के चलते निगम अमले को वापस जाना पड़ा।
डीके भावसार संदेह के दायरे में
पीएचई के ईई डीके भावसार की भूमिका इस मामले में संदेह के दायरे में आ गई। वो नगरनिगम में मुख्य अभियंता भी हैं, बावजूद इसके उन्होंने निगम की कार्रवाई से पहले शासकीय दस्तावेजों एवं तिजोरी को सुरक्षित रखने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। इतना ही नहीं जब हमला आफिस को जमींदोज कर रहा था, तब भी वो वहां उपस्थित नहीं हुए जबकि आफिस के शेष कर्मचारी छुट्टी होने के बावजूद मौके पर थे।
इन कर्मचारी संगठनों के आफिस तोड़ने आए थे
मप्र कर्मचारी कांग्रेस
मप्र राज्य कर्मचारी संघ
अपाक्स
पीएचई स्पोर्ट्स क्लब
मप्र सर्व कर्मचारी संघ