अभी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे नारायण साईं

दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि नारायण साईं को तब तक जमानत नहीं मिलेगी जब तक डॉक्टर्स उसकी मां की सर्जरी की डेट फिक्स नहीं कर देते। नारायण साईं स्वयंभू संत आसाराम का बेटा है। सुप्रीम कोर्ट ने तंज कसते हुए साईं के वकील से कहा,'आपका क्लाइंट इतने लोगों को ठीक करता है। वह अपनी मां को भी ठीक कर सकता है।'

गुजरात सरकार ने भी नारायण साईं की जमानत का विरोध किया था। गुजरात सरकार के मुताबिक,'बेवकूफ औरतें साईं को भगवान कृष्ण जैसा समझती हैं। इसकी वजह से उसे वापस जेल लाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।' आसाराम और नारायण साईं दोनों ही यौन उत्पीड़न के मामले में जेल में बंद हैं। आसाराम अगस्त, 2013 से जेल में हैं। उन पर स्कूल की एक लड़की से रेप का आरोप है। वहीं, साईं पर सूरत की दो बहनों से रेप का आरोप है।

गुजरात हाई कोर्ट ने हाल ही में साईं को उसकी मां की सर्जरी के लिए तीन हफ्तों की जमानत दी थी। हालांकि गुजरात सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थी। राज्य सरकार का कहना है कि साईं को वापस जेल लाना मुश्किल होगा क्योंकि उसके अनुयाई कानून और व्यवस्था के लिए मुश्किलें खड़ा कर सकते हैं। साल 2013 में साईं के अरेस्ट होने के दौरान में उसके समर्थकों ने बखेड़ा खड़ा किया था।

राज्य सरकार ने दलील दी,'साईं एक मशहूर शख्स है। बेवकूफ औरतें उसे भगवान कृष्ण जैसा समझती हैं और उसके साथ गोपियों की तरह डांस करती है।' राज्य सरकार के इस बयान पर सुप्रीम कोर्ट ने दिलचस्प चिप्पणी की। कोर्टने पूछा,'यह सब गुजरात में हो रहा है? अगर यह किसी आदिवासी इलाके में होता तो शायद हम कुछ समझते भी। लेकिन विकसित से लगने वाले गुजरात में यह सब हो रहा है?'

सुप्रीम कोर्ट ने साईं की जमानत से जुड़ी शर्त भी रख दी। कोर्ट ने कहा है कि उसे तब तक जमानत नहीं मिलेगी जब तक डॉक्टर उसके मां की सर्जरी की डेट नहीं तय कर देते।
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