भोपाल। जिस पेनड्राइव और एक्सेल शीट को लेकर दिग्विजय सिंह इतराए इतराए घूम रही थी वो तो फर्जी निकली। अब भाजपा दिग्विजय सिंह पर फाइनल अटैक करने का मन बना चूकी है। वो चाहती है कि इस बार कुछ ऐसा हमला किया जाए ताकि दिग्विजय सिंह का राजनैतिक जीवन हमेशा हमेशा के लिए खत्म हो जाए।
याद दिला दें कि पिछले विधानसभा सत्र के दौरान दिग्विजय सिंह ने इस तरह के खुलासे किए थे। दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि ओरिजनल शीट उनके पास है और उस शीट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम है, जिसे मिटाकर राज्यपाल और उमाभारती लिख दिया गया और जांच में शामिल किया गया।
इस खुलासे के बार मप्र की राजनीति में भूचाल आ गया था। शिवराज सिंह चौहान की कुर्सी डोल गई थी और नागपुर से लेकर दिल्ली तक शिवराज सिंह चौहान सफाईयां देते दिखाई दे रहे थे। तनाव इस कदर बढ़ा कि तमाम नैतिकताओं को ताक पर रख शिवराज सिंह को बचाने के लिए सरकार ने विधानसभा सत्र को समय से पहले ही समाप्त करवा दिया। यह सबकुछ इतनी जल्दी किया गया कि बजट भी पास नहीं हो पाया और बाद में फिर से सत्र बुलाना पड़ा।
इधर दिग्विजय सिंह पर आरोप लगे थे कि असली एक्सेल शीट के नाम पर वो पूरे प्रदेश में धमकियां दे रहे हैं, वसूली कर रहे हैं। इन सबके बावजूद दिग्विजय सिंह लगातार एक एक पन्ना राज खोलते जा रहे थे और सनसनी की राजनीति का दौर बड़ा तेज हो गया था।
अब जबकि हाईकोर्ट ने एसटीएफ का दावा स्वीकार कर लिया कि वो पेनड्राइव जो दिग्विजय सिंह की सरपरस्ती में पल रहे व्यापमं घोटाले के व्हिसिल ब्लोअर ने दिल्ली हाईकोर्ट में जमा कराई थी, नकली है तो दिग्विजय सिंह पर हमला करने का सही समय आ गया।
भाजपा जानती है कि दिग्विजय सिंह मप्र में पहले से ही बदनाम हैं। कांग्रेस के कई केंडिडेट तो मप्र में केवल इसलिए ही चुनाव हार जाते हैं क्योंकि दिग्विजय सिंह उनके समर्थन में सभा लेते हैं बावजूद इसके दिग्विजय सिंह की कांग्रेस पर पकड़ बरकरार है।
अब जबकि एक शानदार मौका हाथ आया है तो भाजपा रणनीति बना रही है कि दिग्विजय सिंह को 'धोबी का कुत्ता' बना दिया जाए, जो ना जनता का रहे ना कांग्रेस का। उनकी राजनीति पूरी तरह से खत्म कर दी जाए। आने वाले दिनों में भाजपा का यह हमला सबको दिखाई देगा।