भोपाल। मप्र में प्रदेश सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग के साथ कदम से कदम मिलाकर कार्य कर रहे डेढ़ लाख अतिथि शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश भर से आये अतिथि शिक्षकों ने टीटी नगर दशहरा मैदान में लगातार छटवें दिन भी आदोलन किया।
नियमितिकरण की मांग को लेकर अतिथि शिक्षक 28 मार्च 2014 से दशहरा मैदान में अनिष्चितकालीन धरना पर बैठै हुये है। धरने पर बैठै अतिथि शिक्षकों ने बताया कि दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सरकार अतिथि शिक्षकों को नियमित कर चुकी है। लेकिन मप्र में अतिथि शिक्षकोँ के साथ दोहरा वर्ताव हो रहा है। अन्य राज्यों की तरह ही मप्र सरकार अतिथि शिक्षकों को नियमित क्यों नही करती।
सीहोर जिले के बुधनी से आये अतिथि शिक्षक रामरतन सिह ने बताया कि राज्य सरकार के लिये यह शोभनीय नहीं है कि अतिथि शिक्षकों को मनरेगा की मजदूरी दर से भी कम पारिश्रमिक मिले और अपने चपरासी को तो 11 हजार से अधिक का वेतन दे एवं बच्चों का भविष्य निर्माण करने वाले उच्च शिक्षित अतिथि शिक्षकों को 2500, 3500 और 4500 रूपये माहवार में ही टरका रही है।
यह तो अतिथि शिक्षकों से बेगार कराने जैसी शर्मनाक स्थिति है। अतिथि शिक्षकों ने बताया कि जब तक सरकार नियमितीकरण का आदेश नही देती तब तक आदोलन जारी रहेगा।