भोपाल। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने आज सोमवार को सुल्तानिया अस्पताल की पूर्व अधीक्षक सुधा चौरसिया पर एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर दवा घोटाले में की गई है।
इस प्रकार सुल्तानिया जनाना अस्पताल में पदस्थ अधीक्षकों डॉ. नीरज बेदी, डॉ. स्मिता भटनागर एवं सुधा चौरसिया द्वारा अपने-अपने कार्यकाल में कुल राशि रूपए 3.30 करोड़ की अवैध खरीदी की गई, जिसका महालेखाकार की परीक्षण रिपोर्ट में उल्लेख है। क्रय समिति के अध्यक्ष/अधीक्षक डॉ. नीरज बेदी एवं सदस्य/प्रभारी अधीक्षक डॉ. स्मिता भटनागर, अधीक्षक डॉ सुधा चौरसिया, आहरण एवं संवितरण अधिकारी डॉ वीणा नागले, क्रय समिति सदस्य डॉ संध्या नायर, डॉ गायत्री श्रीवास्तव ,डॉ सौरभ जैन, लेखापाल/क्रय समिति सदस्य पूरन लाल, स्टोर कीपर/क्रय समिति सदस्य राजेन्द्र तिवारी, दवा प्रदाय कर्ता फर्मों के मालिक विमल शुक्ला, पूनम शुक्ला, समीर कुरूपा एवं अन्य संबंधित अधिकारी/कर्मचारी एवं दवा विक्रेता द्वारा आपराधिक षडयंत्र कर फर्जी दस्तावेज के आधार पर तथा लघु उद्योग निगम से अनुपलब्धता प्रमाण पत्र प्राप्त किये बिना एवं बिना निविदा आमंत्रित किये सीधे भवानी मेडिको, जिसे बाद में नाम बदलकर वीर इंटरप्राइजेज किया गया, से क्रय कर फर्मों (वीर इंटरप्राइजेज एवं भवानी मेडिको) को लाभान्वित किया तथा शासन को हानि पहुंचाई गई। उपरोक्त आरोपियों के विरुद्ध आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में धारा-409,420,120बी भा.द.वि. एवं 13(1)डी सहपठित 13(2) भ्रनिअ 1988 का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया ।
Dr Sudha Chourasia