भोपाल। बजट सत्र एक माह पहले समाप्त करने को लेकर राऊ से कांग्रेस के विधायक जीतू पटवारी ने संसदीय कार्यमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के खिलाफ विशेषाधिकार भंग की सूचना दी है। विस अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा को दी गई सूचना में आरोप लगाया है कि सदन को स्थगित करने की स्क्रिप्ट पहले ही लिख ली गई थी। सदन को बाहर से संचालित किया जा रहा था। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ने खुद कहा है कि उन्होंने सत्तापक्ष के सदस्यों को कहा था कि सदन न चलने दें।
पटवारी ने बताया कि विधायक के मौलिक अधिकार का हनन सदन में हुआ है। संसदीय कार्यमंत्री के ऊपर सदन को व्यवस्थित चलाने की जिम्मेदारी रहती है पर उन्होंने इसके लिए कोई पहल नहीं की। अध्यक्ष और सदन के प्रति अनादर दिखाया। बहुमत के आधार और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के निर्देश पर दैनिक कार्यसूची से हटाकर बजट को नियमों को शिथिल करते हुए पास करने का प्रस्ताव रख दिया, जबकि विपक्ष बजट में लगाए करों को लेकर कटौती प्रस्ताव लाना चाह रहा था। ये विधायकों का अधिकार भी था, लेकिन व्यापमं घोटाले में राज्यपाल की स्थिति को लेकर सरकार से चाहे स्पष्टीकरण को मुद्दा बनाकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया और सत्र को सुनियोजित रणनीति के तहत अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करवा दिया। संसदीय कार्यमंत्री और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और सांसद के आचरण से सदन की अवमानना हुई और विधायकों के विशेषाधिकार का हनन हुआ। विशेषाधिकार की सूचना को स्पीकर दफ्तर में ले लिया गया है। बताया जा रहा है कि परीक्षण के बाद ही इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
