बरगद का धार्मिक और औषधीय महत्व
बरगद का धार्मिक और औषधीय महत्व है। आयुर्वेद के अनुसार बरगद की पत्तियों, छाल आदि से कई बीमारियों का इलाज संभव है। इसका काढ़ा बनाकर पीने से इम्युनिटी बढ़ती है। इसी तरह एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर नीम को सर्वोच्च औषधि के रूप में जाना जाता है। मौलश्री औषधीय वृक्ष है, जिसका सदियों से आयुर्वेद में उपयोग होता आ रहा है।
पीपल का धार्मिक और औषधीय महत्व
पीपल छायादार वृक्ष है। यह पर्यावरण शुद्ध करता है। इसका धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व है। एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर नीम को सर्वोच्च औषधि के रूप में जाना जाता है। बेल का पूजा-अर्चना में महत्वपूर्ण स्थान है। बेल पत्र को बिल्व का वृक्ष भी कहा जाता है। अनुसंधान में इसके विभिन्न औषधीय गुणों के बारे में जानकारी मिली है।
हरसिंगार पौधे का महत्व
हरसिंगार का पौधा ( Parijat tree ) एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरियल गुणों से लैस माना जाता है। हरसिंगार के पत्ते का पानी पीने से बुखार, सर्दी, खांसी और साइनस जैसे रोगों में राहत मिलती है। इसके पत्ते को पानी उबालकर इसकी चाय पियें, यह बहुत फायदेमंद मानी जाती है।