अंतिम सांस तक लड़ूंगा व्यापमं की लड़ाई: दिग्विजय ने शपथ उठाई

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्वमुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज भरी मीडिया के सामने शपथ उठाई है कि वो व्यापमं की लड़ाई अंतिम सांस और अंतिम अदालत तक लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जिन सबूतों के आधार पर मंत्री जेल में है, राज्यपाल के खिलाफ FIR हुई है, वही सबूत शिवराज के खिलाफ भी हैं, तो फिर उन्हे स्पेशल ट्रीटमेंट क्यों दिया जा रहा है। 

सिंह ने कहा कि मैं दो बार मुख्यमंत्री रहा, मंत्री रहा और विधायक रहा लेकिन मुझे बाहरी व्यक्ति बताकर विधानसभा परिसर में पत्रकार वार्ता करने से रोका जा रहा है। यह बीजेपी और राज्य सरकार की बौखलाहट को दर्शाता है। आरएसएस की यह संस्कृति रही है कि लोगों को विरोध करने से रोको और सरकार भी ऐसा ही विधेयक लाकर भ्रष्टाचार या अपने खिलाफ उठने वाली आवाज को कुचलने का प्रयास कर रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब व्यापम घोटाले के जिन सबूतों के आधार पर पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा से लेकर व्यापम के अधिकारी और अन्य अधिकारी जेल में बंद हैं और राज्यपाल के खिलाफ भी एफआईआर हो चुकी है तो फिर एसटीएफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही।

पहले सबूत मांगे जा रहे थे और अब जब सबूत पेश कर चुके हैं तो भी कार्रवाई नहीं हो रही। सिंह ने तारीख और समय बताते हुए हार्ड डिस्क में हुई छेड़छाड़ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंदौर के तत्कालीन अधिकारियों ने यह छेड़छाड़ की थी। इसलिए व्यापम घोटाले की सीबीआई जांच होना ही चाहिए। वे इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर पूरी जानकारी दे चुके हैं।

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