ग्वालियर। जब जब सत्ता निर्लज्ज होती है, समाज के जिम्मेदार नागरिकों को ही समाज क संचालन का बोझ उठाना पड़ता है। भिंड मेहगांव के युवा वकील सुभाष राठौर ने भी कुछ ऐसा ही किया है। अपने पिता की मृत्यु पर मृत्युभोज न करा 60 हजार रूपये से वाटर कूलर लगवाकर हजारों ग्रामीणों की प्यास बुझाने का प्रबंध किया है। साथ ही उन्होंने प्याऊ के बिजली के बिल भरने का भी संकल्प लिया है।
25 हजार की आबादी वाले मेहगांव नगर में 24 घंटे सुविधा वाली यह पहली सार्वजनिक प्याऊ है। याद दिला दें कि पेयजल उपलब्ध कराना पंचायतों का प्राथमिक उत्तरदायित्व है। यदि वो ऐसा नहीं कर पाते तो ऐसी पंचायतों और पंचायतों के पदाधिकारियों को बने रहने का अधिकार नहीं है। बावजूद इसके सत्तासीन अपने कर्तव्यों को भुला घोटालों में जुटे हुए हैं और जागरुक नागरिकों को समाज का बोझ उठाना पड़ रहा है।
जीवाजी क्लब का चैक बाउंस, लीगल एक्शन की तैयारी
ग्वालियर। शहर के सबसे रईस क्लब जीवाजी क्लब के चैक बाउंस का मामला सामने आया है। कुछ दिन पहले जीवाजी क्लब मैनेजमेंट ने फिटनेस उपकरण बेचने वाली गुरू राखा इंटरप्राइजेज कंपनी दिल्ली से 10.5 लाख का चैक से भुगतान किया था। उक्त कंपनी ने जैसे ही चैक बैंक में लगाया चैक बाउंस हो गया। कंपनी जीवाली क्लब के विरूद्ध लीगल एक्शन की तैयारी कर रही है। कंपनी वालों का कहना हैं कि नई कार्यकारिणी भुगतान में टालमटोल कर रही है। उधर जीवाजी क्लब अध्यक्ष सुनील खंडूजा का कहना हैं कि लिखकर कुछ माल दिया था। अब दे कुछ रहे हैं हम सौदा केंसिल कर सकते हैं। चैक बाउंस होने पर चर्चाओं का बाजार गर्म हैं।