ग्वालियर। व्यापमं घोटाले में राज्यपाल रामनरेश यादव के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्री उमा भारती के खिलाफ भी एफआईआर का षडयंत्र रचा जा रहा है। यह षडयंत्र मध्यप्रदेश के सीएम हाउस में रचा जा रहा है। उक्त खुलासा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने किया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने गुना से दिल्ली जाते समय पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि व्यापम घोटाला देश का सबसे बड़ा घोटाला है। अभी तक इसमें 1800 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। जबकि एसटीएफ 800 और गिरफ्तारियां करने की तैयारी में हैं। बाबजूद इसके मुख्यमंत्री सीबीआई जांच कराने को तैयार नही हैं। उन्होंने कहा कि व्यापम घोटाले में पहले राज्यपाल रामनरेश यादव को फंसाया गया। अब केन्द्र मंत्री उमाभारती को फंसाने की तैयारी की जा रही है। श्री सिंह ने कहा कि किसानों पर आई प्राकृतिक आपदा भाजपा नेताओं और सरकारी अफसरों के लिये कमीशन खोरी का जरिया बन गई है। पेंसिल से सर्वे हो रहा है। जहां लेन-देन तय हो जाता है। वहां 100 फीसदी नुकसान बताकर मुआवजा तय हो जाता है। जबकि लेन-देन तय न होने पर 25 फीसदी बता दिया जाता है।