कच्छ/गुजरात। बीएसएफ ने दलदली लेकिन खनिज संपदा से मालामाल कच्छ के रण के पाकिस्तानी हिस्से में आर्थिक गतिविधियों में 'स्पष्ट इजाफे' की रिपोर्ट दी है। बीएसएफ के टॉप कमांडर इंस्पेक्टर जनरल (गुजरात बॉर्डर) संतोष मेहरा ने इलाके का दौरा कर रहे पत्रकारों के एक समूह को बताया कि रण से लगे पाकिस्तानी हिस्से में कुछ जगहों पर फील्ड एक्टिविटीज देखे गए हैं।
हम उसपर ब्योरा नहीं दे सकते क्योंकि यह गोपनीय है लेकिन हाल के घटनाक्रम में हमने पाया कि उन इलाकों में ढेर सारे हाइड्रोकार्बन और मिनरल्स की खोज हुई है, इसलिए वे आर्थिक दृष्टि से अहम हो गए हैं। मेहरा ने कहा कि हालिया घटनाक्रम के तहत हमारे सुरक्षाकर्मी पूरे इलाके पर गहरी नजर बनाए हुए हैं। साथ ही सीमांत इलाकों में प्रभावी वर्चस्व बनाए गए हैं।
भारतीय उद्योगपतियों की भी नजर
मेहरा से जब पूछा गया कि क्या भारत के हिस्से वाले कच्छ के रण में औद्योगिक गतिविधियां चल रही है तो उन्होंने कहा कि यह आर्द्र जलवायु, दलदल और छिछले पानी के लिए जाना जाता है। यहां उद्योगपति और कारोबारी घराने अपने व्यवसायिक हित बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय हिस्से में प्राकृतिक संसाधनों का दोहन भी बड़े पैमाने पर बढ़ा है, इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार की 'मेक इन इंडिया' पॉलिसी और हाल के 'वाइब्रैंट गुजरात' समिट के बाद हमें एनओसी के लिए ढेर सारे रिक्वेस्ट मिले हैं।
पाक ने फिर किया सीजफायर का उल्लंघन
जम्मू। पाकिस्तानी सैनिकों ने रविवार को संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू जिले स्थित बॉर्डर से सटे अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स ने शनिवार की रात आर एस पुरा सेक्टर के जुगनूचक में अग्रिम सीमा चौकियों की ओर 4-5 राउंड गोलीबारी की। बीएसएफ जवानों ने गोलीबारी का जवाब नहीं दिया। अधिकारी ने कहा कि हमारी ओर से कोई हताहत या क्षति नहीं हुई है।