भोपाल। विधानसभा में कांग्रेसियों के हंगामे के जवाब में भाजपा विधायकों ने दोगुना हंगामा किया, और इसका आदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने अपने विधायकों को दिया था। इसका खुलासा खुद नंदकुमार सिंह चौहान ने किया है। मप्र के लोकतंत्र मेंं ऐसा निर्लज्ज निर्णय और जनता के लिए गैरजिम्मेदारी पहली बार देखने को मिल रही है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने खुलासा किया है कि 'मैंने ही अपने विधायकों से कहा था कि यदि बजट सत्र के दौरान कांग्रेसी हमारे नेता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को न बोलने दें तो फिर किसी को भी न बोलने देना।' सदन चलाना हमारी जिम्मेदारी तो है लेकिन मजबूरी नहीं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने खुलासा किया है कि 'मैंने ही अपने विधायकों से कहा था कि यदि बजट सत्र के दौरान कांग्रेसी हमारे नेता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को न बोलने दें तो फिर किसी को भी न बोलने देना।' सदन चलाना हमारी जिम्मेदारी तो है लेकिन मजबूरी नहीं।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को चर्चा के दौरान प्रदेश अध्यक्ष चौहान ने वहां मौजूद भाजपा विधायक रुस्तम सिंह सिंह की पीठ ठोकते हुए पार्टी सदस्यों के बर्ताव की सराहना भी की। उन्होंने फिर दावा किया प्रदेश एवं केन्द्रीय हाईकमान व्यापमं मसले पर पूरी तरह मुख्यमंत्री के साथ है।
कांग्रेसियों ने लोकसभा, विधानसभा, नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव में भी व्यापमं को लेकर खूब हल्ला मचाया लेकिन जनता ने उन्हें करारा जवाब दे दिया। उन्हें किसी भी चुनाव में सफलता नहीं मिली। इसलिए प्रदेश में कांग्रेस तो मृतप्राय: हो गई है अब वह स्वयं को जिंदा दिखाने के लिए ही मीडिया में बने रहने के टोटके कर रही है।
सदन के नेता को बोलने नहीं देना कहां की मर्यादा है। व्यापमं फर्जीवाड़े से जुड़े प्रशांत पाण्डे की भूमिका को लेकर हुए सवाल पर चौहान ने इतना भर कहा कि वह तो बड़ा जालसाज है। प्रदेश में कांग्रेस को सभी चुनावों में मिल रही पराजय पर वह बोले कि सड़क के लोग सड़क पर आ गए हैं।