पूरी AB रोड हो जाएगी फोरलेन, सरपट दौड़ेंगे वाहन

इंदौर। आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे के मध्यप्रदेश से गुजरने वाले हिस्से को पूरी तरह फोर लेन किया जाएगा। नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने इस रोड के 332 किलोमीटर लंबे देवास-शिवपुरी के बचे हिस्से को फोर लेन में बदलने की तैयारी फिर शुरू कर दी है। यह हिस्सा अभी टू लेन है। काम की सहूलियत और आर्थिक दिक्कतों को कम करने के लिए प्रोजेक्ट किसी एक कंपनी को पूरा सौंपने के बजाय तीन अलग-अलग कंपनियों से काम कराया जाएगा।


पहला सेक्शन
सबसे पहले गुना-शिवपुरी सेक्शन फोर लेन होगा। इसमें करीब 1000 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

अभी स्थिति
एनएचएआई ने टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है । सरकारी क्षेत्र की इरकॉन कंपनी को काम सौंपने की तैयारी है।

दूसरा सेक्शन
गुना-ब्यावरा और ब्यावरा देवास सेक्शन का काम होगा।

अभी स्थिति
इन हिस्सों को भी चौड़ा करने के लिए टेंडर बुला लिए गए हैं, स्वीकृति मिलना बाकी है।

यहां काम जारी
ग्वालियर से आगरा तक का हिस्सा पहले ही फोर लेन हो चुका है और फिलहाल एस्सल कंपनी ग्वालियर-शिवपुरी के 125 किलोमीटर लंबे हिस्से में काम कर रही है। इस हिस्से में करीब 15 किलोमीटर लंबा हिस्सा फोर लेन में बदल चुका है।

जीवीके ने नहीं किया काम
इससे पहले एनएचएआई ने देवास-शिवपुरी फोर लेन प्रोजेक्ट का काम जनवरी-2012 में जीवीके कंपनी को सौंपा था लेकिन सवा साल तक कंपनी काम शुरू नहीं हो पाई क्योंकि आर्थिक रूप से उसे यह प्रोजेक्ट फायदे का नहीं लग रहा था।

दूसरी अड़चन जमीन अधिग्रहण की भी थी और कई हिस्सों में जमीन नहीं ली जा सकी थी। काम नहीं शुरू होने पर एनएचएआई ने जीवीके को काम से हटा दिया था और उसके द्वारा जमा की गई 140 करोड़ रुपए की परफॉर्मेंस गारंटी जब्त कर ली थी। तबसे प्रोजेक्ट अटक गया था। अब पूरे दो साल बाद इसे लेकर हलचल शुरू हुई है।

700 करोड़ रुपए बढ़ गई लागत
बढ़ती महंगाई और वक्त बीतने के साथ देवास-शिवपुरी फोर लेन प्रोजेक्ट की लागत करीब 700 करोड़ रुपए तक बढ़ गई है। 2011-12 के दौरान इसकी लागत करीब 2815 करोड़ रुपए आंकी गई थी और अब यह प्रोजेक्ट 3500 करोड़ रुपए का हो चुका है।

900 हेक्टर जमीन में से ज्यादातर मिली
अधिकारियों का कहना है कि देवास-शिवपुरी फोर लेन प्रोजेक्ट के लिए दोनों ओर करीब 900 हेक्टर जमीन की जरूरत थी। इसमें से ज्यादातर जमीन एनएचएआई को मिल गई है।

तीन साल की मियाद
एनएचएआई ने शिवपुरी-गुना के बीच फोर लेन रोड बनाने के टेंडर हो गए हैं। जल्द ही कंपनी को वर्कऑर्डर देकर काम शुरू कराया जाएगा। गुना-देवास का काम दो हिस्सों में अलग-अलग कंपनियां करेंगी। इसके लिए टेंडर मंजूरी की प्रक्रिया में हैं। प्रोजेक्ट की मियाद लगभग तीन साल है।
विशाल गुप्ता, चीफ जनरल मैनेजर, एनएचएआई

अभी खस्ता हालत में रोड
देवास-शिवपुरी रोड अभी बेहद खस्ता हाल है। ज्यादातर हिस्सों में सड़क उखड़ चुकी है ।
अभी यह रोड टू लेन जिससे रात में दुर्घटनाएं होती हैं।
पेंचवर्क उखड़ गया है।
इंदौर-ग्वालियर के बीच सड़क का सफर दुष्कर है। दिल्ली से मुंबई की ओर जाने वाले वाहनों में टूट-फूट, टायर फूटना जैसी घटनाएं होती रहती हैं। इससे समय-धन, दोनों की बर्बादी होती है। खराब सड़क के चलते यात्री ट्रेनों में सफर को प्राथमिकता देने लगे हैं।
रोड के आसपास शोल्डर आधे-अधूरे हैं जिससे दो पहिया वाहन चालक दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं।

ये फायदा
ग्वालियर-आगरा के बीच फोर लेन रोड मौजूद है और देवास-इंदौर के बीच सिक्स लेन और इंदौर-खलघाट के बीच फोर लेन रोड है। इस तरह हाईवे का मध्यप्रदेश का हिस्सा पूरी तरह फोर लेन में बदल जाएगा।
देवास-शिवपुरी फोर लेन प्रोजेक्ट के तहत सभी बड़े जंक्शन पर रेल ओवरब्रिज, फ्लायओवर बनाए जाएंगे। इससे यात्रा समय बचेगा और चालकों को वाहन रोकने या गति धीमी करने जैसी परेशानियों से निजात मिलेगी।
प्रोजेक्ट के तहत बीच में आने वाले शहरों में सर्विस रोड बनाई जाएगी। इससे आंतरिक ट्रैफिक बिना हाईवे से गुजरे हुए जारी रह सकेगा। दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।

एबी रोड की कुल लंबाई-
1160 किलोमीटर

एबी रोड का मप्र में हिस्से की लंबाई-
760 किमी लगभग

कितने किमी फोरलेन -
303 किलोमीटर
716 किमी फोरलेन

कितने किमी और कहां सिक्सलेन -
इंदौर देवास(बायपास सहित)-45 किमी सिक्स लेन

किस हिस्से में कितनी किमी फोरलेन होना है-
देवास- शिवपुरी- 332 किमी
शिवपुरी से ग्वालियर लभगभ 125 किमी

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