पथरिया। मप्र पूर्व विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड पथरिया में ठेकेदार द्वारा रखे गए कर्मचारियों का बीमा नहीं कराया गया है। ज्ञात हो कि विद्युत कंपनी में ज्यादातर कामों में इलेक्ट्रिक का खतरा होता है और विद्युत पोलों पर चढकर लाइन काटने जोड़ने जैसे सभी कार्य इन कर्मकारों के द्वारा किये जाते हैं जो कि खतरे से खाली नहीं है। साथ ही इनके वेतन में भी गोलमाल किया जा रहा है। श्रम कानूनों के इतर मात्र 3500 रुपए पगार दी जा रही है जो निर्धारित वेतनमान से आधी भी नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ठेकेदार द्वारा सब स्टेशनों एवं कार्यालय मे जो कर्मचारियों रखे गए हैं उनको दिऐ जा रहे वेतन में से कहीं न कहीं गोलमाल हो रहा है। कुशल और अकुशल कर्मकारों के वेतन में अंतर होना चाहिऐ लेकिन ठेकेदार द्वारा सभी कर्मकारों को एक समान वेतन 3500 दिया जा रहा है, जो श्रम कानूनों के अनुसार आधे से भी कम है लेकिन कोई भी कर्मचारी इस डर से आवाज उठाने से डरता है कि यदि आवाज उठाते हैं तो काम से निकाल दिया जाऐगा और जो भी मिल रहा है उससे भी वंचित होकर फिर बेरोजगाार हो जाऐंगे और नही किसी भी उच्चअधिकारी द्वारा इनके हक को लेकर ठेकेदार से बात करना तो दूर खुद जेई महोदय तक को इनको दिऐ जाने वाले वेतन की सही जानकारी नहीं है।
अब यह गोलमाल कहीं भी हो रहा हो लेकिन कहीं न कहीं इस मामले से उच्चअधिकारियों पर भी सवालिया निशान उठते है कि उन्हीं के कार्यालय मे काम करने वाले मजदूरों को दी जाने वाली मजदूरी की जानकारी उन्हें ही नहीं है। और नही उनके द्वारा यह जानने का कभी प्रयास किया गया और कुशल हो या अकुशल सभी मजदूर कम मजदूरी में मजदूरी करने के लिऐ मजबूर हैं।
इनका कहना है
बीमा सभी का है अब उन्हें जानकारी नही तो हम क्या करें और जहां तक वेतन का सवाल है ये आप उन्हीं से पूछिये।
रवीन्द्र जैन
विद्युत ठेकेदार सागर
हालांकि ठेकेदार ने बीमा का कोई दस्तावेजी प्रमाण नहीं दिया।