अहमदाबाद। अहमदाबाद नगर निगम द्वारा संचालित साढ़े चार सौ से अधिक स्कूलों में शनिवार को सरस्वती वंदना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें उर्दू एवं हिन्दी के सभी स्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों में लगभग 16000 मुस्लिम छात्र पढ़ते हैं।
इनमें उर्दू माध्यम के 64 स्कूल भी शामिल हैं। स्कूल बोर्ड के प्रशासक एलडी देसाई ने कहा कि हमें कहीं से कोई शिकायत नहीं मिली है। हमने स्पष्ट कर दिया था कि यह एक शैक्षणिक कार्यक्रम है और इसका कोई धार्मिक उद्देश्य नहीं है।
हालांकि कांग्रेस ने इस आयोजन का जोरदार विरोध किया और सत्तारूढ़ भाजपा पर हिंदूवादी एजेंडा लागू करने का आरोप लगाया। नगर निगम में विपक्ष के नेता बदरुद्दीन शेख के नेतृत्व में कांग्रेस पार्षदों ने प्रदर्शन किया और इस संबंध में जारी परिपत्र को आग के हवाले कर दिया।
शेख ने इस आयोजन को अल्पसंख्यकों के अधिकार पर हमला बताया और कहा कि इस्लाम में मूर्तिपूजा की मनाही के बावजूद बोर्ड मुस्लिम छात्रों पर पूजा करने का दबाव डाल रहा है। उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा संचालित स्कूलों में कई धर्मों के लगभग डेढ़ लाख छात्र पढ़ रहे हैं।
लेकिन, राज्य की भाजपा सरकार और नगर निगम ऐसे आयोजनों के जरिये हिंदूवादी एजेंडा लागू करने में जुटे हैं। इस मौके पर मौजूद एक अभिभावक ने कहा कि वे हमारे बच्चों के लिए प्रार्थना में भाग लेना अनिवार्य बना रहे हैं। यदि बच्चे इससे मना करेंगे, तो उनके खिलाफ कार्रवाई का डर बना रहता है। गौरतलब है कि बोर्ड द्वारा संचालित उर्दू स्कूलों में लगभग 16,000 मुस्लिम छात्र पढ़ते हैं।
