नई दिल्ली। बीजेपी ज्वाइन करते ही किरण बेदी ने डिक्टेटरशिप शुरू कर दी। अपने पहले भाषण में ही उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं का डपट डाला। इतना ही नहीं उन्होंने खुद को एक महत्वपूर्ण व्यक्ति जताते हुए चुनाव लड़ने से पहले ही उन्होंने यह तक बता दिया कि सीएम बनने के बाद वो क्या क्या कर सकतीं हैं।
देश की पहली महिला आईपीएस रहीं किरण बेदी शुक्रवार को दिल्ली स्थित भाजपा दफ्तर पहुंचीं। उनका स्वागत भी हुआ, लेकिन दिल्ली भाजपा नेताओं का एक धड़ा ऐसा भी है जो बेदी को ऊपर से थोपा हुआ मानते हुए नाराज है। सूत्रों के अनुसार, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी बेदी को सीएम की तरह ‘प्रोजेक्ट’ किए जाने को लेकर खुश नहीं हैं।
भाजपा कार्यालय में किरण बेदी जब भाषण दे रहीं थीं, तब उन्होंने वहां मौजूद कार्यकर्ताओं को चुप रहने के लिए फटकार भी लगाई। इससे आहत एक कार्यकर्ता ने कहा कि बेदी को पार्टी मैनेजमेंट ने शामिल किया है और हमें उनका साथ देना है, लेकिन ये भी सही है कि बेदी को राजनीति का अनुभव नहीं है।
किरण बेदी ने यहां दिए अपने भाषण में कहा कि कार्यकर्ता उनकी बातों को 10 मिनट चुप रहकर गंभीरता से सुनें, क्योंकि ये मनोरंजन का मौका नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विकास के संबंध में मेरे सुझावों को स्वीकार किया है। खुद को सीएम पद के दावेदार की तरह प्रोजेक्ट करते हुए बेदी ने कहा कि सरकार बनने के बाद पार्टी का सीएम सुबह नौ बजे के बाद कभी भी किसी भी क्षेत्र का दौरा कर सकता है और उसके साथ सरकारी अधिकारी भी होंगे।
कार्यकर्ताओं का एक धड़ा किरण बेदी और शाजिया इल्मी को बाहरी मानते हुए नाखुश नजर आता है, हालांकि दिल्ली के पार्टी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय समेत तमाम बड़े नेता उनके समर्थन में नजर आते हैं।