झाबुआ। यहां एक युवती के साथ लगातार 6 माह तक बंधक बनाकर बलात्कार करने, जबरन शादी करने एवं ईसाई बनाने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने प्रकरण तो दर्ज कर लिया है परंतु आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई है। इससे नाराज पीड़ित के परिजनों ने आज एसपी को ज्ञापन सौंपा।
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एसपी झाबुआ को ज्ञापन सौंपते परिजन |
पीडित बालिका के नाम से दिये गये ज्ञापन में बताया गया कि वे शैरानीपुरा (मेघनगर) की निवासी होकर 29.6.2014 को झंडा चौक मेघनगर पर घरेलू समान लेने गई थी। करीब साढे तीन बजे दोपहर को पप्पू बडकिया निवासी पिपलिया और उसका साथी कैलाश ने उन्हे कुछ सुंघा दिया था जिससे वे बेहोश हो गई थी जिसे बाद में सूरत नगर में जाकर होश आया, जहां पप्पू, कैलाश और कैलाश की पत्नी ने जबरदस्ती चाकू की नौक पर उनके साथ शादी की और जान से मारने की धमकी देकर एफीडेविट करवाया। तीन माह तक लडकी को किराये के मकान मे सूरत में रखा गया और उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया गया तथा मारपीट भी की गई।
आवेदन के अनुसार उसके बाद बालिका को इन्दौर में उसके किसी दोस्त के यहां बंद करके रखा गया, लगातार दुष्कर्म, मारपीट व बेहोशी की दवा खिलाने के कारण वे बीमार हो गई। सूरत के सरकारी अस्पताल में उसका इलाज भी हुआ। इस दौरान पप्पू ने उसके कान के सोने के टाप्स व नाक का सोने का कांटा भी ले लिया। 23 दिसंबर 2014 को उसे लेकर झाबुआ आया तथा उसे जबरन ईसाई बनाने के लिये जोबट ले जा रहा था। झाबुआ बस स्टेण्ड पर पप्पू बाथरूम करने गया जहां से मौका पाकर वह मेघनगर अपने माता पिता के पास भाग आई।
थाने पर रिपोर्ट के बाद पुलिस से उसका मेडिकल भी करवाया और कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान करवाया। उसकी रिपोर्ट में 366, 376, 368, 344, 506, 34, 323 व 3/4 मध्यप्रदेश धार्मिक स्वंतत्रता अधिनियम 1968 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया किंतु करीब 1 माह बीत जाने के बाद भी कानूनी कार्यवाही में अनावश्यक देरी की जा रही है व दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई नही होने के कारण वे दुखी है और उन्हे काफी शर्म महसूस हो रही है। इसी बात को लेकर समाज में भी आक्रोश है। पुलिस अधीक्षक से दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाही करने एवं न्याय दिलाने की गुहार लगाई गई है।