भोपाल। अपनी नातिन वसुंधरा बुंदेला के यौन शोषण और फिर उसकी हत्या के आरोप में 10 वर्ष की सजा भुगत रहे पूर्व MLA अशोक वीर सिंह उर्फ भैया राजा की हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें ब्रेन हैमरेज के बाद हमीदिया अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है। उनकी पल्स 90-93 और ब्लड प्रेशर 100-150 बना हुआ है।
कड़ी मशक्कत और जांच-पड़ताल के बाद कोलार पुलिस ने आशारानी, भैयाराजा और उनके सहयोगी बहोरी दहाइत, कन्हैयालाल दुबे, गोपाल सिंह ठाकुर, नर्मदा पाठक, मिजाजी ढीमर और ड्राइवर ख्वाजा के खिलाफ अपहरण, बंधक बनाकर रखना, दुष्कृत्य और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज किया था।
आरोपियों ने 1994 से 2007 तक तिज्जी बाई को बंधक बनाकर रखा और प्रताड़नाएं दी थीं। तिज्जीबाई के मर्ग की केस डायरी जब वरिष्ठ अधिकारियों ने तलब की, तो उसमें दो पन्ने फटे हुए थे। इस मामले में कोलार थाना के तत्कालीन टीआई चंदन सिंह सूरमा की भूमिका भी संदिग्ध मानी गई थी।
वर्ष 2005 में तिज्जी बाई आरोपी विधायक के भोपाल स्थित घर से भागकर दिल्ली चली गई और वहां पर बिहारी ढीमर नामक युवक के साथ रहने लगी। दोनों के वापस लौटने की जानकारी मिलने पर भैया राजा और उसकी पत्नी ने कुछ बाहुबलियों को भेजकर उसका अपहरण करा लिया। बाद में भैया राजा और उसकी पत्नी आशारानी सिंह से तंग आकर तिज्जी बाई ने 21 मई 2007 को आत्महत्या कर ली थी।