मुंबई/नाशिक। अंधविश्वास क्या न करवा जाए! जिस मां ने अपने बच्चे को पाल पोसकर बडा किया, वही बच्चे भाग्योदय के लिए अपनी मां की बलि चढा दी है। यह घटना महाराष्ट्र के नासिक जिले में घटित हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार नाशिक जिले के घोटी पुलिस थाना अंतर्गत क्षेत्र में रहने वाले काशीनाथ और गोविन्द डोरे अपनी परिस्थितियों से खुश नहीं थे। बताया जाता है कि घोटी पुलिस ने ठाणे जिले के मोखाडा निवासी बुद्धाबाई की मौत के सिलसिले में दोनों भाइयों सहित दस लोगों को गिरफ्तार किया है।
घोटी पुलिस थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक सुरेश मनोरे ने बताया कि यह हत्या दीपावली के करीब त्र्यंबकेश्वर तहसील में स्थित आदिवासी बहुल टाके हर्ष स्थान पर हुई है। पुलिस के मुताबिक काशीनाथ और गोविन्द डोरे ने महिला तांत्रिक बच्ची बाई नारायण खडके (४२) से परामर्श किया। इस तांत्रिक ने उन्हें सलाह दी कि उन्हें भाग्योदय के लिए अपनी मां और बहन की बलि देनी होगी।
पुलिस ने बताया कि दोनों भाई बुद्धाबाई और अपनी बहन राहीबाई को महिला तांत्रिक बच्ची बाई के पास ले गए। महिला ने बुद्धाबाई की पीट पीटकर जान ले ली जबकि राहीबाई बचकर भाग निकलने में कामायाब हो गई थी। पुलिस या किसी को पहले बुद्धाबाई की मौत के संदर्भ में जानकारी नहीं हो पाई थी, पर धीरे-धीरे मामले में रहस्य से पर्दा उठता गया और बुद्धाबाई के मौत की जानकारी सामने आई। घोटी पुलिस ने इस मामले में दस लोगों पर मामला दर्ज करके उन्हें अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।