दक्षिणी दिल्ली। सर्दी से बचने के लिए जलाए गए गैस रूम हीटर की वजह से कोटला मुबारकपुर में तीन की मौत हो गई। इलाके के भगवान गली में मकान संख्या 1720 में रहने वाले सतीश वर्मा (35), पत्नी शशि वर्मा (30) और साढ़े पांच साल के बेटे अर्चित वर्मा की मौत हो गई। ठंड से बचने के लिए इन्होंने घर में छोटा गैस रूम हीटर जलाकर रखा था।
मृतक सतीश की सास जगवती के अनुसार, मंगलवार की देर रात अचानक सतीश ने अपनी और पत्नी शशि की तबीयत खराब होने व उल्टी होने की बात फोन पर कही। कुछ देर बाद जब कमरे पर पहुंचे तो दरवाजा नहीं खुला। मकान मालिक ने सुबह आने की बात कहकर उन्हें विदा कर दिया।
बुधवार सुबह सात बजे जब मृतक सतीश का साला रविंद्र हालचाल लेने पहुंचा तो कमरे का दरवाजा नहीं खुलने पर पुलिस को फोन किया। मौके पर पहुंची पुलिस की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा तोड़ा गया, तब तीनों कमरे में मृत मिले। वहीं कमरे में बुझा हुआ गैस हीटर मिला। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच से लग रहा है कि मौतें दम घुटने से हुई हैं क्योंकि कमरे की खिड़कियां बंद थीं और दरवाजे में हैंडलॉक लगा था। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए एम्स के मोर्चरी में भिजवा दिया है। जाच के लिए दक्षिणी जिला के डीसीपी प्रेमनाथ और डिफेंस कॉलोनी के एसडीएम हेमंत कुमार भी मौके पर पहुंचे।
मूलतया बिहार के मोतिहारी जिला न्यू गोपालपुर मोहल्ले में रहने वाले सतीश वर्मा ने वर्ष 2007 में कोटला मुबारकपुर में रहने वाली शशि से शादी कर यहीं अलग किराये का कमरा लेकर रह रहे थे। वह नोएडा सेक्टर 60 स्थित एक निजी कंपनी यू फ्लैक्स इंडस्ट्रीज में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करते थे। वे जिस मकान में परिवार के साथ रहते थे, उसे करीब तीन वर्ष पूर्व किराये पर लिया था।
पुलिस का कहना है कि गैस रूम हीटर जलने के कारण कमरे में ऑक्सीजन की मात्रा खत्म हो जाने से मौत हुई है। हालांकि, पोस्टमार्टम के बाद सही कारण का पता चल सकेगा। मालूम हो कि गत 20 दिसंबर को हौजखास इलाके में सर्दी से बचने के लिए जलाई गई अंगीठी से तीन लोगों की मौत हो गई थी।