ग्रामीणों ने व्हाट्स अप पर भेजे सबूत, रेत माफिया पकड़ाया

वह फोटो जो व्हाट्स अप पर भेजी गई थी
भोपाल। मेट्रो सिटीज में लोग व्हाट्स अप का उपयोग चुटकुलों या पर्सनल पिक्स शेयर करने में किया करते हैं परंतु ग्रामीण इलाकों में व्हाट्स अप का यूज स्टिंग आॅपरेशन के लिए हो रहा है। होशंगाबाद के सिवनी मालवा से खबर आ रही है कि यहां माइनिंग डिपार्टमेंट ने मारन नदी से रेत चोरी कर रहे माफिया के खिलाफ कार्रवाई की है। यह कार्रवाई विभाग ने तब​ की जब  ग्रामीणों ने व्हाट्स अप पर विभागीय अधिकारियों को माफिया के ताजा फोटो भेजे।


इस खबर में यह तो महत्वपूर्ण है ही कि रेत मााफिया के खिलाफ कार्रवाई हुई परंतु उससे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि ग्रामीण इलाकों में भी व्हाट्स अप जैसी एप्लिकेशंस का उपयोग होने लगा है। इंटरनेट अब हर घर की धड़कन बनता जा रहा है और ग्रामीण इलाकों में इसका समाजहित में बेहतर उपयोग हो रहा है।

भोपाल समाचार के सिवनी मालवा संवाददाता शशांक मिश्रा ने खबर भेजी है कि लोखरतलाई स्थित मोरन नदी में सुबह से ही रेत माफियाओं के द्वारा रेत चोरी करने की सूचना ग्रामीणों के द्वारा व्हाट्स अप पर संबधित अधिकारीयों को फोटो सहित भेजने के बाद माइनिंग विभाग के अधिकारियों के द्वारा मोरन नदी सहित शहर में किए गए स्टाक पर कार्यवाही की गई। एसडीएम प्रकाश चौहान एंव माइनिंग विभाग की अधिकारी अर्चना चौधरी से जानकारी लेने के पर उन्होंने बताया कि ट्रेक्टर ट्राली तो नहीं पकड़ाए है लेकिन कुछ स्थानों पर रेत चोरों के द्वारा किए गए स्टाक पर छापामार कार्यवाही कर रेत जब्त की गई है। वहीं कई लोगों के द्वारा एक ही दुकान
से रेता लेने संबधी रायल्टी दिखाई गई है जिसकी जांच की जाएगी  कि वास्तव में वह रायल्टी सही है या नहीं।




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