मुम्बई। उधर नईदिल्ली में धर्मांतरण के मुद्दे पर मोदी सरकार को सारी पार्टियों ने मिलकर घेर रखा है तो इधर कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता नारायण राणे के बेटे एवं पूर्व सांसद नीलेश राणे ने बयान जारी किया है कि यदि सिडनी जैसी घटनाएं रोकनी हैं तो जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को हिन्दू बनाया जाए। इसी के साथ मोदी को राहत और मामले को एक नया तूल मिल गया है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण राणे के बेटे सांसद नीलेश राणे ने यह बात अपने एक ट्वीट में कही है कि सिडनी के कैफे बंधक जैसे मामलों को रोकने के लिए भारत को ज्यादा से ज्यादा लोगों को हिंदू बनाने का लक्ष्य रखना चाहिए. तभी सिडनी जैसी घटनाएं कम होंगी. नीलेश ने यह भी ट्वीट किया कि, जैसी घटना सिडनी में हुई वैसी लगभग हर जगह हो रही है. राणे का बयान उत्तर प्रदेश में धर्मातरण की घटना के दौरान आया है, जिस पर पहले ही काफी हंगामा मचा हुआ है. नीलेश राणे पिछली लोकसभा में सांसद में थे. उन्हें इस पर रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग संसदीय क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा.
आगरा मामले के सामने आने के बाद राणे ने सोशल साइट पर लिखा था कि, यदि कोई हिंदू बनना चाहता है तो इसमें क्या दिक्कत है? इस मामले पर राजनीति कतई नहीं की जानी चाहिए. अपने ट्वीट के बाद राणे ने कहा कि, मैं किसी भी पार्टी के पक्ष में नहीं हूं. मुझे लगता है कि हिंदू एक होकर इस तरह की घटनाएं रोक सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर धर्म परिवर्तन बंदूक की नोंक के बजाय शांति से हो रहा है तो इसमें कोई बुराई नहीं हैं. नीलेश राणे के इन बयानो के बाद सत्ताधारी भाजपा को कांग्रेस पर पलटवार करने का मौका मिल गया. ऐसे में उनके इस बयान से कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं.