नईदिल्ली। रेल अधिकारियों की लापरवाही का इससे बड़ा नमूना क्या होगा कि जिस पटरी पर मरम्मत का काम चल रहा था, उसी पटरी पर अधिकारियों ने रेल चला दी। नतीजा यह हुआ कि अपने ही इंजीनियर और मजदूरों के परखच्चे उड़ाते हुए रेल गुजर गई।
बिहार के रोहतास जिले के कुम्हउ रेलवे स्टेशन के पास रेलवे लाइन की मरम्मत कर रहे एक सीनियर सेक्शन इंजीनियर और चार मजदूरों की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, गया-मुगलसराय रेलखंड के कुम्हउ रेलवे स्टेशन के समीप शनिवार को तड़के रेलवे पटरी मरम्मत का कार्य चल रहा था, तभी उसी ट्रैक पर अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस आ गई, जिसकी चपेट में रेलवे अधिकारी और मजदूर आ गए और उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
सासाराम रेल थाना के अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि मृतकों में सीनियर सेक्शन इंजीनियर नाथू प्रसाद तथा मजदूर धर्मदेव यादव, अमेरिका चंद्रवंशी, दिलीप सिंह और रामाशीष यादव शामिल हैं। रेलवे में मजदूरी करने वाले चारों मृतक औरंगाबाद जिले के रफीगंज के रहने वाले हैं।
रेलवे अधिकरियों के अनुसार, घने कोहरे के कारण काम कर रहे मजदूरों को आती हुई रेलगाड़ी नजर नहीं आई, जिससे यह हादसा हो गया। घटनास्थल पर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए हैं।