दलित महिला को निर्वस्त्र कर नाले में खड़ा किया, जूते चप्पल की माला पहनाई

भोपाल। बैतूल जिले के एक आदिवासी बाहुल्य गांव में इकलौते दलित परिवार की महिला को जादू-टोने के शक में निर्वस्त्रकर जूते-चप्पल की माला पहनाने का मामला सामने आया है। महिला को नाले में खड़ा रहने पर मजबूर किया गया। यह घटनाक्रम दो दिनों तक चला। इस जिले में 11 महीने के अंदर यह ऐसी चौथी घटना है।

मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के आमला ब्लाक के रायसेड़ा गांव की एक 45 वर्षीय दलित महिला को जादू-टोने के शक में निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने का मामला सामने आया है। यह घटनाक्रम दो दिन चलता रहा। महिला को जूते-चप्पल की माला पहनाई और तीन घंटे तक नाले में भी खड़ा रखा गया।

महिला के यह अमानवीय बर्ताव करने के अलावा आधा दर्जन लोगों ने मारपीट भी की। बावजूद इसके यहां न तो पुलिस पहुंच सकी और न गांव का कोई व्यक्ति महिला के बचाव में आगे आया।

ऐसे आया मामला सामने...
शनिवार को महिला जैसे-तैसे एसपी ऑफिस पहुंची, तब उसे जिला अस्पताल में भर्ती करने के साथ पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। एसपी सुधीर वी लॉड ने दलित महिला की शिकायत पर आमला थाने के टीआई विक्रम रजक से मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। महिला जिला अस्पताल में भर्ती है।

पहले केवल छेड़छाड़ का मामला कायम किया
आमला टीआई विक्रम रजत ने महिला को प्रताडि़त करने के बावजूद केवल 354-बी यानि महिला के साथ छेड़छाड़ का मामला कायम किया है। हालांकि बाद में जब महिला को निर्वस्त्र कर जूते की माला पहनाकर घुमाने और नाले में खड़ा रखने की बात सामने आई, तब पुलिस ने सामूहिक रूप से योजना बनाकर प्रताडि़त करने की धारा 147 लगाई। हालांकि टीआई रजक का कहना है कि, मामला सामने आते ही पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी थी। एक आरोपी फरार है। उसे भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।

जवान बेटी के साथ अकेली रहती है महिला
पीड़ित महिला ने बताया कि वह रायसेड़ा गांव में अपनी एक जवान बेटी के साथ अकेली रहती है। पति की मौत होने के बाद परिवार में वह और उसकी बेटी खेती-बाड़ी, जानवर सब संभालते हैं। वह कोई जादू-टोना नहीं जानती। पूरे आदिवासी गांव में उन्हीं का एक मात्र दलित परिवार है। गांव के लोग उसे परेशान करते हैं। गुरुवार की रात में गांव छह लोगों ने उसे घर में घुसकर धमकी दी और मारपीट की। इसके बाद शुक्रवार को घर से निकालकर शरीर के कपड़े उतार दिए। शरीर पर केवल अंडरवियर छोड़ा और गांव में घुमाया। बाद में मंदिर ले जाकर कसम भी खिलाई। इसके बाद तीन घंटे तक गांव के नाले के पानी में खड़ा रखा। इसके बाद उसे छोड़ा गया। महिला के मुताबिक, उसकी किसी से कोई पुरानी रंजिश भी नहीं है।

एक आरोपी फरार, पांच गिरफ्तार
आमला थाना पुलिस ने इस घटनाक्रम से जुड़े पांच आरोपी लक्ष्मण, सरजेराव, प्रेम, मन्ना, विनोद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि एक आरोपी दया फरार है। आमला पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।

जिले में महिला प्रताडऩा की चौथी घटना
जिले में महिलाओं को प्रताडि़त करने की 11 माह में  चाैथी घटना है। इसके बावजूद न तो पुलिस ने मामलों में कोई कदम उठाया और नहीं महिला बाल विकास विभाग की महिला संरक्षण समिति ने गांव में जागरूकता के लिए कोई कदम उठाया। महिला संरक्षा अभियान केवल कागजों में चल रहा है। इससे पहले रानीपुर में एक युवती को गले में चक्की पहनाकर घुमाने, दो युवतियों के बाल काटने समेत अन्य घटनाएं जिले में हो चुकी हैं।


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