MPPSC परीक्षा आयोजकों के नाम 10 प्रमुख सुझाव

निवेदन है कि, मैं तथा मेरी ही तरह लाखों लोग MPPSC द्वारा आयोजित राज्य सिविल सेवा परीक्षा की विगत कुछ वर्षो से तैयारी कर रहे हैं| कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनका एकमात्र लक्ष्य ही राज्य सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से प्रशासनिक अधिकारी बनना है|

इनमे से कई अन्य जॉब को छोड़ कर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में अपना सब कुछ झोंक रहे हैं परन्तु यह अत्यंत दुःखद है की डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी जैसे पदों का सपना सँजोए इन अभ्यर्थियों की स्तिथि अत्यंत ही पीड़ादायक है|

सीमित संसाधन, कठिन परिस्तिथियाँ, परीक्षा प्रक्रिया में अनावश्यक विलम्ब, परीक्षा का प्रतिवर्ष आयोजित ना हो पाना, ऐसी ही कई और समस्याएं हैं जिनका अभ्यर्थियों को सामना करना पड़ता है|

मैं, मध्य प्रदेश का ज़िम्मेदार नागरिक होने के नाते MPPSC जो की एक संवैधानिक निकाय है, का आदर करते हुए 10 ऐसे व्यावहारिक सुझाव देना चाहता हुँ, जिनकी आवश्यकता आज सभी अभ्यर्थियों को शिद्दत से महसूस हो रही है -


1- सबसे महत्वपूर्ण सुधार ये किया जाये की UPSC की तरह राज्य सिविल सेवा परीक्षा की पूरी प्रक्रिया को एक वर्ष में पूर्ण कर लिया जाये तथा परीक्षा भी नियमित रूप से प्रतिवर्ष आयोजित की जाये |

2- राज्य सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा हेतु एक स्तरीय प्रश्न पत्र को सेट किया जाये | प्रश्नों का स्तर इस प्रकार का हो की उससे केवल योग्य अभ्यर्थियों का चयन सुनिश्चित हो,जो की चयन उपरांत अपने पद के साथ न्याय कर सकें |

3- प्रश्नों को सेट करते वक्त ही उनको एक एक्सपर्ट पैनल से चेक करवा लिया जाये ताकि प्रश्नपत्र में किसी भी प्रकार की त्रुटि ना रह जाए , साथ ही आंसर शीट भी उसी वक्त निर्धारित कर ली जाए एवं परीक्षा संपन्न होते ही वेबसाइट पर तुरंत अपलोड कर दी जाए |

उपरोक्त कदम उठाने से प्रक्रिया में तेजी आएगी , परीक्षा परिणाम जल्द घोषित किया जा सकेगा, तथा किसी भी अभ्यर्थी को  गलत प्रश्नों अथवा उत्तरों के आधार पर कोर्ट में रिट लगाने की आवश्यकता नही रह जाएगी | फलस्वरूप स्पेशल मेंस परीक्षा आयोजित नहीं करवानी पड़ेगी | जिससे ना सिर्फ अभ्यर्थियों, वरन आयोग का भी बहुमूल्य समय, संसाधन एवं ऊर्जा की बचत होगी |

4- संघ लोक सेवा आयोग की तरह MPPSC भी आगामी परीक्षाओं का वार्षिक कैलेंडर वेबसाइट पर अपलोड करे जिससे अभ्यर्थीगण योजनाबद्ध तरीके से आगामी परीक्षा हेतु तैयारी कर सकें |

5- परीक्षा, परीक्षा परिणाम से सम्बंधित सभी जानकारियों जैसे ( मुख्य परीक्षा, इंटरव्यू की संभावित तिथि एवं अंतिम परीक्षा परिणाम घोषित होने की संभावित तिथि ) को समय समय पर वेबसाइट पर अपलोड किया जाता रहे ताकि परीक्षार्थी आगे की रणनीति बना सके जिससे की इनसे सम्बंधित अफवाहों पर विराम लग सके तथा इस प्रकार के संवाद से उसका मनोबल भी बना रहे |

6- प्रीलिम्स एवं मुख्य परीक्षा परिणाम  तथा अंतिम परीक्षा परिणाम को शीघ्र घोषित करने हेतु एक समय सीमा का सख्ती से निर्धारण किया जाये जिससे की पूरी प्रक्रिया एक वर्ष में पूर्ण हो सके|

7- प्रीलिम्स परीक्षा के परिणाम में प्राप्तांकों के आधार पर मेरिट लिस्ट अपलोड की जाए जिससे मेरिट में अपना स्थान देख कर अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा हेतु अधिक मेहनत कर अपनी रैंक में सुधार कर सकें | साथ ही जो चयन से वंचित रह गए हो वे भी ये जान सकें की उनका सिलेक्शन कितने मार्क्स से रुका |

8- परीक्षा प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर कोई खामी रहने पर या त्रुटि होने पर इस बात को सुनिश्चित किया जाये की ईमानदारी से परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को किसी प्रकार का नुकसान ना हो |

9- अगर परीक्षा को ले कर किसी रिट के आधार पर हाई कोर्ट में कोई मामला लंबित है तो उसके बारे में वेबसाइट पर जानकारी दी जाती रहे |

10- आधिकारिक वेबसाइट पर ही ऐसी व्यवस्था की जाये कि जिससे लोग अपनी शिकायतें , सुझाव , तथा फीडबैक आयोग को दे सकें |

आशा है की MPPSC ,एक संवैधानिक निकाय इन सुझावों को सकारात्मक फीडबैक के तौर पर स्वीकार करेगा तथा अभ्यर्थियों के मानसिक संताप को भी समझेगा |

इनके अलावा किसी भी और सुधार ,जो की आयोग द्वारा परीक्षा को अधिक पारदर्शी, व्यावहारिक, तथा स्टूडेंट एवं टेक्नोलॉजी फ्रेंडली बनाने के प्रयास में स्वयं किये जाएं, का स्वागत है।

रिंकेश रावत
rinkesh.ts@gmail.com

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