भोपाल। रविवार की सुबह मैनिट कैंपस से लगभग 250 से ज्यादा धावकों और समर्थकों ने एक मैराथन दौड़ में हिस्सा लिया जिसे मेसोनिक फ्रेटरनिटी ऑफ भोपाल ने आयोजित किया था। 42 किमी की इस दौड़ का मकसद था लोगों को धूम्रपान छोडऩे के लिए प्रोत्साहित करना और साथ ही फिटनेस के वातावरण और हेल्दी लाइफस्टाइल का प्रचार करना।
मैनिट के डायरेक्टर अप्पु कुट्टन ने सुबह 8 बजे औपचारिक तौर पर मैराथन को हरी झंडी दिखाई। दौड़ शुरू हुई तो भोपाल कलेक्टर निशांत बरबड़े ने मैनिट से भारत भवन तक खुद भी हिस्सा लेने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए लगभग 11 किमी. दौड़े। मेसोनिक फ्रेटरनिटी ऑफ भोपाल के कुणाल जैन, बीएल सिंह चंदेल और गिरीश वाघ ने अपनी कोशिशों को जारी रखने का प्रण लिया ताकि ज्यादा से ज्यादा नागरिकों को अपने कैंपेन के साथ जोड़कर स्मोकिंग रहित और स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित कर सकें।
हिस्सा लेने वालों की अगुआई की नवी मुंबई की रहने वाली कृपा सागर ने जो कि अपनी संस्था ‘टेक अ ब्रेथ ऑफ फ्रेश एयर’ के जरिए पूरे देश में जा-जाकर धूम्रपान छुड़वाने का प्रयास कर रही हैं कृपा सागर ने यह जानकारी दी कि निकोटीन की लत से बचाने के लिए दौड़ लगाना प्रमाणित इलाज है। दौड़ लगाने के बाद एक धावक को जो खुशी और संतुष्टि मिलती है वह कुछ केमिकल और एंडोर्फिन्स के निकलने से होती है जो कि कुछ केसों में ठीक वैसा है जैसे स्मोकिंग करने के बाद मस्तिष्क में निकलते हैं।
इत्तफाक से 48 वर्षीय कृपा सागर कई सालों तक चेन स्मोकर रह चुकी हैं। उसके बाद रनिंग ने उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल के रख दी। अब ये दूसरे ऐसे लोगों को दौड़ लगाने की तरफ आकर्षित कर रहे हैं ताकि हर किसी को जिंदगी में नई खुशी का एहसास हो।
इन्होंने दिखाई झंडी
मैनिट कैंपस से सुबह मैराथन शुरू हुई तो मैनिट के डायरेक्टर अप्पुकुट्टन केके ने हरी झंडी दिखाई। इसके बाद लेक व्यू पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ स्टेट मेंटर फरहान अंसारी ने झंडी दिखाई। इसी क्रम में शाहपुरा लेक स्थित राहगीरी में एडीजी लोकायुक्त अजय कुमार शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर धावकों को प्रोत्साहित किया।
4:00 बजे सुबह से पहुंचने लगे थे धावक
सुबह चार बजे से ही मैनिट के सामने लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। लगभग दो सौ से ज्यादा लोग इस मैराथन में शामिल होने के लिए मैनिट कैंपस पहुंचे। सुबह 5.30 बजे मैनिट के डायरेक्टर डॉ अप्पू कुट्टन ने फुल मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस बीच यह मैराथन मैनिट कैंपस से होती हुई वन विहार, लेक व्यू, न्यू मार्केट, डीबी सिटी, भेल सीनियर क्लब, डीआरएम ऑफिस, शाहपुरा लेक और नूतन कॉलेज होती हुई प्रकाश तरण पुष्कर पर आकर समाप्त हुई। यह मैराथन लगभग 42.2 किलोमीटर तक चली।
पूरी की 42.2 किमी की दूरी
मैराथन का उत्साह बढ़ाने गृहमंत्री बाबूलाल गौर प्रकाश तरण पुष्कर पहुंचे। यहां उन्होंने मैराथन को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन समय-समय पर शहर में होते रहने चाहिए। इस तरह के आयोजनों में न सिर्फ युवाओं को बल्कि उनके पैरेंट्स को भी बढ़=चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। हालांकि गृहमंत्री के जाने के बाद कृपा सागर ने मैनिट कैंपस में जाकर अपनी बचे हुए 8 किलोमीटर में से 8 किलोमीटर कंप्लीट किए। इसके बाद मैनिट से टीटीनगर स्टेडियम तक दौड़कर उन्होंने 42.2 किमी की दूरी के टारगेट को पूरा किया।
कई लोग रेस के बीच में जुड़े
रेस जैसे ही शुरू हुई रेस के बीच में भी उत्साही लोग इससे जुड़ते गए,, जिन्होंने बाद में रेस कंप्लीट करने के बाद अपना रजिस्ट्रेशन करवाया। रेस में स्केटर्स और साइकिल सवार भी बड़ी संख्या में शामिल थे। रेस में बच्चों से लेकर सीनियर सिटीजंस सभी में गजब का उत्साह नजर आया।
राहगीरी में राहगीरों ने बढ़ाया धावकों का उत्साह
जैसे ही मैराथन के धावक संडे को सुबह वनविहार होते हुए लेक व्यू राहगीरी पहुंचे। मंच से इस स्पेशल मैराथन और इसके उद्देश्य के बारे में एनाउंस हुआ तो राहगीरी में फिटनेस और मस्ती करने आए राहगीरो ने तालियां बजाकर धावकों का उत्साहवर्धन किया। यहीं नजारा शाहपुरा स्थित राहगीरी में भी देखने को मिला।